Bodhi Land Acquisition Case : जोहड़ को आटने पर विपक्ष ने उठाए सवाल, सीएम ने कहा - मामले की जांच कराएंगे
चंडीगढ़, 10 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Bodhi Land Acquisition Case : रोहतक के पीर बोधी स्थल के जोहड़ की जमीन पर भूमाफिया के कथित कब्जे का मुद्दा सोमवार को विधानसभा में उठा। रोहतक विधायक बीबी बतरा ने सरकारी संरक्षण में जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इसे गंभीर मामला बताते हुए सरकार को घेरा। संसदीय कार्य मंत्री महिपाल सिंह ढांडा ने दो-टूक कहा कि रिकार्ड में कहीं भी जोहड़ का जिक्र नहीं है।
विवाद इतना बढ़ गया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को मोर्चा संभालना पड़ा। सीएम ने कहा – इस मामले की जांच करवाई जाएगी। अगर कब्जा हुआ है तो उस पर कार्रवाई होगी। इसके बाद यह मामला शांत हुआ। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने इस मुद्दे पर नोटिस लेते हुए सरकार को पूरे मामले को चैक करवाने के निर्देश दिए। अहम बात यह है कि 125 वर्ष पुरानी इस जमीन पर अब विवाद खड़ा हुआ है। दरअसल, शहर का पानी इस एरिया में इकट्ठा होता था।
बीबी बतरा ने कहा कि रोहतक-गोहाना रोड पर 32.5 एकड़ भूमि पर पीर बोधी स्थल है। इसमें लगभग 12 एकड़ जमीन पर 125 वर्षों पुराना तालाब (जोहड़) था। बतरा ने कहा कि इसमें आसपास के गांवों व शहर का बारिश का पानी जमा होता था। सरकार की ओर से लिखित जवाब में बताया गया कि 21 जुलाई, 1990 को केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन में सूचित किया गया यह जमीन वक्फ बोर्ड के अधीन थी।
बरसाती पानी निकासी के लिए 2024 में सिंचाई विभाग की देखरेख में एक नाले का निर्माण किया गया। यह वक्फ भूमि से गुजरता है। इसे जसिया ड्रेन और मकड़ौली ड्रेन से जोड़ा है। नाले के निर्माण के लिए करीब डेढ़ एकड़ जमीन का इस्तेमाल किया गया। हुड्डा ने आरोप लगाया कि जमीन पर कब्जा किया गया है। वहीं बतरा ने कहा कि भूमाफिया सरकारी संरक्षण में जमीन कब्जाने में जुटा है। इसीलिए जोहड़ को पाट दिया गया।
सरकार ने स्पष्ट किया कि इस संपत्ति का मालिक वक्फ बोर्ड है और इसे किसी को आवंटित नहीं किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि इस मामले में विधानसभा की कमेटी बनाई जाए और वह मौके पर जाकर निरीक्षण करे। आरोपों के बीच सीएम ने कहा कि किसानों ने यह जमीन पट्टे पर ली हुई है और वे इस पर खेती करते हैं। विपक्ष बार-बार आरोप लगाता रहा तो सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच भी करवाई जाएगी। अगर आरोपों में सच्चाई मिलती है तो कार्रवाई भी होगी।