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कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में बुरे फंसे BJP मंत्री विजय शाह, FIR दर्ज

इंदौर (मप्र), 15 मई (भाषा) Colonel Sophia Qureshi: ‘ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी मीडिया से साझा करने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में राज्य के कैबिनेट मंत्री...
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कर्नल सोफिया की फाइल फोटो।
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इंदौर (मप्र), 15 मई (भाषा)

Colonel Sophia Qureshi: ‘ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी मीडिया से साझा करने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय शाह के खिलाफ बुधवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

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मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने कर्नल कुरैशी पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले का मीडिया की खबरों के आधार पर बुधवार को ही खुद संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को काबीना मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर शाह के खिलाफ मानपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हितिका वासल ने यह प्राथमिकी दर्ज होने की ‘पीटीआई-भाषा' से पुष्टि की। उन्होंने बताया कि यह प्राथमिकी भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने का कृत्य), धारा 196 (1) (बी) (अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला ऐसा कृत्य जिससे सार्वजनिक शांति भंग होती हो या भंग होने की आशंका हो) और धारा 197 (1) (सी) (किसी समुदाय के सदस्य को लेकर ऐसी बात कहना जिससे अलग-अलग समुदायों के आपसी सद्भाव पर विपरीत असर पड़ता हो या उनके बीच शत्रुता या घृणा या दुर्भावना की भावना पनपती हो या पनपने की आशंका हो) के तहत दर्ज की गई है।

इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यालय ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘माननीय मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान के संदर्भ में कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।'' मानपुर पुलिस थाने में बुधवार रात 11:30 बजे के आस पास दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि 12 मई (सोमवार) को रायकुण्डा गांव में हलमा (सामूहिक श्रमदान और सामुदायिक सहभागिता की जनजातीय परम्परा) के कार्यक्रम के दौरान शाह के संबोधन के कुछ अंश प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए।

प्राथमिकी में कर्नल सोफिया कुरैशी के नाम के सीधे उल्लेख के बगैर कहा गया कि हाई कोर्ट ने मीडिया में प्रकाशित इस संबोधन का स्वतः संज्ञान लेते हुए 14 मई (बुधवार) को आदेश पारित किया है और इस आदेश का पालन करते हुए शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा मामला जांच में लिया गया है।

अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित खंडवा जिले की हरसूद सीट से लगातार आठ बार चुनाव जीत चुके शाह ने पिछले दिनों कर्नल सोफिया के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कर्नल सोफिया को ‘आतंकवादियों की बहन' के रूप में पेश करने की कोशिश की थी।

शाह ने इंदौर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में सोमवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर' की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए कहा था, ‘‘जिन्होंने (आतंकवादियों ने) हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, हमने उन्हीं कटे-पिटे लोगों की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी कराई।''

कांग्रेस का आरोप है कि शाह ने यह ‘‘अशोभनीय'' और ‘‘नफरत भरा'' बयान भारतीय सेना की कर्नल कुरैशी के खिलाफ दिया और इस कथन के जरिये राज्य के काबीना मंत्री ने सेना की महिला अधिकारी को ‘‘आतंकवादियों की बहन'' के रूप में पेश करने की कोशिश की। इस बयान को लेकर बड़ा विवाद उत्पन्न होने के बाद शाह ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को उनकी बातों से ठेस पहुंची है, तो वह 10 बार माफी मांगने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी बहन से ज्यादा कर्नल कुरैशी का सम्मान करते हैं। कर्नल कुरैशी ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर' का विवरण नियमित पत्रकार वार्ताओं में साझा किया था। इन पत्रकार वार्ताओं में विदेश सचिव विक्रम मिस्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी शामिल होते थे। इस बीच, शाह ने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए बुधवार को माफी मांग ली और कहा कि वह ‘बहन सोफिया' और सेना का हमेशा सम्मान करते हैं।

आदिम जाति कल्याण मंत्री ने ‘एक्स' पर साझा किए एक वीडियो में कहा, ‘‘हाल में मेरे दिए गए बयान से हर समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उसके लिए मैं दिल से न केवल शर्मिंदा हूं, दुखी हूं, बल्कि माफी चाहता हूं।'' शाह ने कर्नल सोफिया को ‘देश की बहन' करार दिया और कहा कि उन्होंने राष्ट्र धर्म निभाते हुए जाति और समाज से ऊपर उठकर काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह हमारी सगी बहन से भी अधिक सम्मानित हैं।''

शाह ने अपने ताजा पोस्ट में कहा कि उनकी इच्छा और मंशा यही थी कि वह कर्नल सोफिया की बात को अच्छे से समाज के बीच में रखें लेकिन ‘दुखी और विचलित मन से' उनके मुंह से ‘कुछ शब्द गलत' निकल गए। उन्होंने कहा, ‘‘इसके कारण आज मैं खुद शर्मिंदा हूं और पूरे समाज से और समुदाय से माफी मांगता हूं। बहन सोफिया और देश की सम्माननीय सेना का हमेशा सम्मान करता हूं और आज हाथ जोड़ कर सबसे मैं दिल से माफी चाहता हूं।''

कर्नल कुरैशी तब सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पिछले सप्ताह चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ नियमित प्रेस वार्ता की थी।

न्यायालय मप्र के मंत्री की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई पर सहमत

सुप्रीम कोर्ट ने कर्नल सोफिया कुरैशी के संबंध में की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह से बृहस्पतिवार को कहा कि वह किस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं। हाई कोर्ट ने कर्नल कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए थे और इसी फैसले के खिलाफ शाह ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।

न्यायालय शाह की याचिका पर 16 मई को सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश बी आर गवई और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ के समक्ष मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया गया। प्रधान न्यायाधीश ने शाह के वकील से कहा, ‘‘आप किस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। आप सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री हैं।''

वकील ने कहा कि याचिकाकर्ता प्राथमिकी पर रोक लगाने का अनुरोध कर रहे हैं। पीठ ने कहा कि याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। दरअसल मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने कर्नल कुरैशी पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले का मीडिया की खबरों के आधार पर बुधवार को ही स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक को विजय शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। ‘ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी मीडिया से साझा करने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में विजय शाह के खिलाफ बुधवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई।

मप्र कांग्रेस अध्यक्ष ने मंत्री विजय शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद राज्य के मंत्री विजय शाह से इस्तीफा मांगना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ सशस्त्र बलों का एक प्रमुख चेहरा रहीं कुरैशी के बारे में शाह की टिप्पणी के बाद मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर शाह के खिलाफ यहां प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पटवारी ने संवाददाताओं से कहा, "भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान, प्रधानमंत्री ने देश और दुनिया को दो महत्वपूर्ण संदेश दिए। पहला, 140 करोड़ भारतीय एकजुट हैं और दूसरा, 140 करोड़ भारतीय सेना के साथ खड़े हैं। लेकिन भाजपा ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया। जिस तरह से आपके मंत्री विजय शाह ने मध्यप्रदेश में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने की हदें पार कीं और नफरत फैलाने की कोशिश की, वह सही नहीं है।

उन्होंने दावा किया कि उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस को चार घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया, लेकिन इसमें आठ घंटे लग गए। कांग्रेस नेता ने कहा, "अब यह बदजुबानी करने वाला मंत्री उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करके न्याय पाने की उम्मीद कर रहा है, जिसका मतलब है कि उसे बर्खास्त करने के बजाय भाजपा उसे बचाने की साजिश कर रही है।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा मंत्री से इस्तीफा देने या उन्हें मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने के लिए कहना चाहिए ताकि पूरी दुनिया को यह संदेश दिया जा सके कि सशस्त्र बलों का सम्मान देश के लिए सर्वोच्च है।

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