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सेना के तीनों अंगों के एकीकरण की कोशिश, पहला सम्मेलन आज

नयी दिल्ली, 7 अप्रैल (एजेंसी) भारतीय सेना के तीनों अंगों के बीच संयुक्तता और एकीकरण प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, पहल और सुधार लाने के उद्देश्य से पहला त्रि-सेवा सम्मेलन सोमवार को नयी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। अधिकारियों...
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नयी दिल्ली, 7 अप्रैल (एजेंसी)

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भारतीय सेना के तीनों अंगों के बीच संयुक्तता और एकीकरण प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, पहल और सुधार लाने के उद्देश्य से पहला त्रि-सेवा सम्मेलन सोमवार को नयी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ‘परिवर्तन चिंतन’ नाम से आयोजित होने वाले इस एक दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान करेंगे।

रक्षा मंत्रालय ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि आठ अप्रैल 2024 को आयोजित होने वाला ‘परिवर्तन चिंतन’ एक अग्रणी त्रि-सेवा सम्मेलन है, जिसका उद्देश्य संयुक्तता एवं एकीकरण के प्रयासों को आगे बढ़ाने के वास्ते नवीन एवं अद्यतन विचार, पहल व सुधार को सृजित करना है।’ बयान में कहा गया, ‘भारतीय सशस्त्र बलों ने भविष्य के युद्धों के लिए तैयार रहने के अपने प्रयासों के क्रम में एक बड़े परिवर्तनकारी बदलाव की शुरुआत की है। संयुक्तता एवं एकीकरण को बढ़ावा देने के लिये पहल की जा रही है और त्रि-सेवा बहुआयामी (मल्टी डोमेन) संचालन को संभव बनाने के लिए संरचनाओं को संशोधित किया जा रहा है।’ बयान में कहा गया, ‘यह चिंतन सभी त्रि-सेवा संस्थानों, सैन्य कार्य विभाग, मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ और तीनों सेवाओं के प्रमुखों का पहला सम्मेलन होगा, जिसमें विभिन्न सेवा वर्ग के अधिकारी अपनी विविधतापूर्ण समझ तथा अनुभव के आधार पर वांछित ‘संयुक्तता एवं एकीकरण’ के अंतिम लक्ष्य को तेजी से  हासिल करने के उपायों के बारे में सुझाव देंगे।’

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