जम्मू, 24 जनवरी (हप्र/एजेंसी)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वह और उनकी पार्टी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हैं और सशस्त्र बलों को कोई सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय ने सोमवार को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर सवाल उठाया था। इस तरह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं।
इस मुद्दे पर मंगलवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान पत्रकारों के साथ बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह समय देशवासियों को भाजपा-आरएसएस द्वारा बनाए गए नफरत के माहौल के खिलाफ खड़े होने का है। उन्होंने कहा, ‘दिग्विजय का यह व्यक्तिगत दृष्टिकोण हो सकता है। कांग्रेस और मुझे सेना पर पूरा भरोसा है। भारतीय सेना कुछ भी करती है तो उसे सबूत देने की कोई जरूरत नहीं।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को नगरोटा से दोमेल चौक के लिए रवाना हुई। यात्रा के दौरान राहुल गांधी सुरक्षा घेरा तोड़कर सेना के जवानों से मिलने पहुंचे। राहुल ने कहा, ‘कश्मीर के लोगों के दर्द को सुनने और समझने हम आए हैं। जम्मू व कश्मीर के बीच भाजपा ने जो खाई बनाई है, हम उसे पाटने का काम करने आए हैं। मोहब्बत की हजारों दुकान हम जम्मू-कश्मीर में खोलना चाहते हैं।’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने उनकी छवि बिगाड़ने के लिए हजारों करोड़ रुपये लगाये हैं, लेकिन सच हमेशा सामने आता है।
उर्मिला मातोंडकर यात्रा में हुईं शामिल
नब्बे के दशक की मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री मातोंडकर पदयात्रा में राहुल के साथ शामिल हुईं। मातोंडकर ने सितंबर 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और 2020 में शिवसेना में शामिल हो गयी थीं। क्रीम रंग के पारंपरिक कश्मीरी फेरन और सिर पर स्कार्फ पहने हुए मातोंडकर को राहुल से बात करते देखा गया। प्रख्यात लेखक पेरुमल मुरुगन तथा जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववर्ती जीए मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा भी तिरंगा लेकर सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते नजर आए।