Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

AI का कमाल, नींद में कर दिए 1,000 नौकरियों के लिए आवेदन, सुबह 50 जगह से आए इंटरव्यू कॉल्स

एआई ने पूरी आवेदन प्रक्रिया को स्वचालित किया
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
Jobs from AI सांकेतिक फाइल फोटो।
Advertisement

चंडीगढ़, 10 जनवरी (ट्रिन्यू)

Jobs from AI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने जहां उद्योगों में क्रांति ला दी है, वहीं अब यह नौकरी खोजने के पारंपरिक तरीकों को भी चुनौती दे रहा है। एक रेडिट (Reddit) उपयोगकर्ता ने इस तकनीक का इस्तेमाल कर ऐसा कारनामा किया, जो नौकरी तलाशने वालों को चौंका सकता है।

Advertisement

रेडिट पर ‘गेट एम्प्लॉयड’ (Get Employed) फोरम में अपनी कहानी साझा करते हुए, उपयोगकर्ता ने बताया कि उन्होंने एक एआई बॉट (AI Bot) विकसित किया, जो पूरी आवेदन प्रक्रिया को स्वचालित (Automate) कर सकता है।

इस बॉट ने नौकरी के विवरण (Job Descriptions) का विश्लेषण किया, हर भूमिका के लिए कस्टम सीवी (Custom CV) और कवर लेटर (Cover Letter) तैयार किए, भर्तीकर्ताओं के सवालों के जवाब दिए, और आवेदन सबमिट किए—यह सब तब हुआ जब उनका निर्माता सो रहा था।

यह भी पढ़ें: एआई व चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति की जगी उम्मीद

1,000 नौकरियां और 50 इंटरव्यू कॉल्स

एक महीने के दौरान, इस बॉट ने 1,000 नौकरियों के लिए आवेदन किया और 50 इंटरव्यू कॉल्स हासिल कीं। उपयोगकर्ता ने कहा, “यह तरीका ऑटोमेटेड स्क्रीनिंग सिस्टम (Automated Screening Systems) को पास करने में बेहद प्रभावी है। मेरे बॉट ने कस्टमाइज्ड एप्लिकेशंस तैयार करके एआई और मानव भर्तीकर्ताओं दोनों का ध्यान आकर्षित किया।”

एआई के उपयोग पर नैतिक और सामाजिक सवाल

हालांकि यह तकनीक नौकरी खोजने की प्रक्रिया को आसान और कुशल बनाती है, लेकिन इसके सामाजिक और नैतिक पहलुओं पर सवाल उठ रहे हैं। उपयोगकर्ता ने लिखा, “जब हम चयन प्रक्रिया को अनुकूलित करने की कोशिश करते हैं, तो हम उस मानवीय पहलू को खोने का जोखिम उठाते हैं, जो कार्यस्थल के माहौल में अक्सर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रयोग केवल जिज्ञासा के लिए किया गया था, न कि अन्य लोगों के लिए अनुशंसा के रूप में।

प्रतिक्रिया और विवाद

कुछ आलोचकों का कहना है कि उम्मीदवारों और नियोक्ताओं दोनों द्वारा ऑटोमेशन का उपयोग पेशेवर संबंधों को अमानवीय बना सकता है। वहीं, अन्य इसे प्रतिस्पर्धी नौकरी बाजार में समानता लाने वाले खेल-परिवर्तक (Game-Changer) के रूप में देखते हैं।

Advertisement
×