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Tortoise Travel : धीमी चाल, बड़ा कमाल... कछुए ने तय किया 51 दिनों तक 1,000 किलोमीटर का सफर

कछुए ने 51 दिन में 1,000 किलोमीटर की यात्रा की
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केंद्रपाड़ा (ओडिशा), 16 मई (भाषा)

Tortoise Travel : ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के गहिरमाथा समुद्र तट पर एक उपग्रह से जुड़े ‘ट्रैकिंग' उपकरण के साथ ‘टैग' किया गया एक ओलिव रिडले कछुआ 51 दिन में समुद्र में लगभग 1,000 किलोमीटर की यात्रा करके आंध्र प्रदेश तट पर पहुंच गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

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अधिकारी ने बताया कि कछुआ पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचने से पहले श्रीलंका, पुडुचेरी और तमिलनाडु के जलक्षेत्र से होकर गुजरा। अधिकारी ने बताया, "कछुआ श्रीलंका, तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्री क्षेत्र से होते हुए 51 दिन में आंध्र प्रदेश तट पर पहुंच गया। इसने करीब 1,000 किलोमीटर की दूरी तय की।"

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) प्रेम शंकर झा ने बताया कि भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के नवीनतम ट्रैकिंग उपग्रह ने आंध्र प्रदेश में समुद्री जल में घूम रहे टैग किए गए कछुओं में से एक का पता लगाया है, और पाया है कि वह लगभग 1,000 किलोमीटर तक का सफर कर चुका है।

चार साल पहले ओडिशा में ट्रैकिंग उपकरण से टैग किया गया एक कछुआ 3,500 किलोमीटर की दूरी तय करके हाल ही में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के एक समुद्र तट पर अंडे देने के लिए आया था। कछुए गंजम जिले में रुशिकुल्या नदी के मुहाने और पुरी में देवी नदी के मुहाने पर भी सामूहिक रूप से घोंसले बनाने के लिए आते हैं। अधिकारियों के अनुसार, प्रतिवर्ष लगभग 3,000 कछुओं को ‘ट्रैकिंग' उपकरण से टैग किया जाता है।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कम से कम एक लाख कछुओं को टैग किया जाना आवश्यक है, ताकि उनके प्रजनन जीव विज्ञान, आवागमन और विकास दर, प्रवास मार्ग और भोजन के क्षेत्रों के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त की जा सके। ओडिशा वन विभाग ने 1999 में टैगिंग की कवायद शुरू की थी और तब कम से कम दो टैग किए गए कछुए श्रीलंका तट पर देखे गए थे।

बाद में, टैगिंग प्रक्रिया को निलंबित कर दिया गया और भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआई) ने 2021 में यह कवायद फिर से शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि 2021 से 2024 के बीच गहिरमाथा और रुशिकुल्या नदी के मुहाने पर स्थित मैदानों में लगभग 12,000 कछुओं को टैग किया गया।

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