Health Advice : डायबिटीज में इन चीजों से करें तौबा, नहीं तो बढ़ जाएगा शुगर लेवल
चंडीगढ़, 6 मई (ट्रिन्यू)
Health Advice : डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें शरीर में ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है। यह तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता या इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता। इस स्थिति में खान-पान का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि गलत भोजन से शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है। हाई शुगर लेवल से हृदय रोग, किडनी की समस्या और आंखों संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
चीनी और मीठे पदार्थ
सफेद चीनी, मिठाइयां, केक, पेस्ट्री, चॉकलेट, कैंडी आदि में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है जो सीधे ब्लड शुगर को बढ़ा देती है। बाजार में मिलने वाले पैक्ड जूस, कोल्ड ड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक्स में भी छिपी हुई चीनी होती है। इसलिए इनसे दूर रहना ही बेहतर है।
रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट
मैदा, सफेद ब्रेड, सफेद चावल और पास्ता जैसे रिफाइन्ड कार्ब्स शरीर में तेजी से ग्लूकोज में बदलते हैं, जिससे शुगर लेवल में अचानक उछाल आ सकता है। इनकी जगह पर ब्राउन राइस, ओट्स, और मल्टीग्रेन ब्रेड जैसे विकल्प अपनाना बेहतर रहेगा।
फ्राई और फास्ट फूड
समोसे, कचौरी, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज आदि तले हुए खाद्य पदार्थ ट्रांस फैट और हाई कैलोरी से भरपूर होते हैं। ये न केवल ब्लड शुगर बढ़ाते हैं, बल्कि वजन भी बढ़ा सकते हैं, जो डायबिटीज को और खराब कर सकता है।
फ्रूट जूस और ड्राई फ्रूट्स
हालांकि फल अच्छे होते हैं, लेकिन फलों का रस पीने से फाइबर खत्म हो जाता है और केवल शुगर बचती है। इसी तरह किशमिश, खजूर जैसे ड्राई फ्रूट्स में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।
अत्यधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड
अचार, चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों में नमक, चीनी और प्रिज़र्वेटिव्स अधिक होते हैं। ये उच्च रक्तचाप और हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ा सकते हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक है।
एल्कोहल और मीठी शराब
शराब पीने से शुगर लेवल में अस्थिरता आ सकती है। कुछ बीयर और कॉकटेल में भी बहुत अधिक चीनी होती है, जिससे ब्लड शुगर अनियंत्रित हो सकता है।
डायबिटीज एक जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है, जिसे संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से नियंत्रण में रखा जा सकता है। खान-पान में थोड़ी सी सतर्कता से आप शुगर लेवल को स्थिर रख सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। डॉक्टर या डाइटीशियन से परामर्श लेकर व्यक्तिगत डाइट प्लान बनाना सबसे बेहतर रहेगा।