टी-20 विश्वकप जीतने के मायने
तंत्र की नाकामी गुजरात के राजकोट में गेमजोन और दिल्ली के बेबी केयर अग्निकांड के अपराध में न केवल संस्थाओं के मालिक बल्कि सरकार भी बराबर जिम्मेदार है। व्यवस्था में बैठे जिम्मेदार लोगों ने समय रहते अग्निशमन प्रबंधों का जायजा...
लैंगिक न्याय जरूरी पिछले दिनों दिल्ली में एक महिला सांसद के साथ मारपीट की घटना सिर्फ राजनीतिक नफे-नुकसान का मुद्दा ही नहीं बल्कि इसने आज अरविंद केजरीवाल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वैसे तो यह एक राजनीतिक पैंतरेबाजी...
बेहतर अवसर मिले बेहतर शिक्षा, रोजगार के साथ-साथ पैसा और अच्छे अवसर देश की प्रतिभाओं को विदेश की तरफ आकर्षित करते हैं। भारतीय युवा परिश्रमी होने के साथ अपनी बुद्धि के दम पर अपनी साख बना लेते हैं। देश में...
प्रकृति प्रेमी बनें दुनिया के किसी कोने में कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो हमें इस बात का अहसास होने लगता है कि धरती का बढ़ता तापमान एक वैश्विक चिंता का सबब है। जनसंख्या का दबाव और प्राकृतिक संसाधनों का...
अनुकूल व्यवस्था बने चुनावों में जिस तरह धनबल का दबदबा बढ़ रहा है उससे अब आम नागरिक चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं रहेगा। हकीकत यह है कि संसद और विधानसभाओं में पहुंचने के लिए उम्मीदवार करोड़ों रुपये का खर्च...
कानून बने हर वो चीज़ जो मतदाताओं के विवेक को प्रभावित कर सकती है उस पर चुनाव अचार-संहिता सहित कई बंदिशें हैं। यहां तक कि मतदान से कुछ घंटे पहले चुनाव प्रचार भी रुक जाता है ताकि मतदाता सोच-विचार के...
गैर-जरूरी मुद्दे आज चुनाव आकर्षक वादों और आधारहीन दावों के बल पर लड़ा-लड़ाया जा रहा है। जनता से जुड़े मुद्दों को नज़रंदाज़ कर विकास के दावे किए जा रहे हैं। मतदाता को राजनीतिक दलों से उनके दावों और वादों के...
योग्य प्रत्याशी चुनें मतदान लोकतंत्र का महान पर्व है लेकिन बीते सालों में जिस तरह इसमें विषमताएं उभरी हैं उससे इसकी पवित्रता पर उंगलियां उठी हैं। राजनेता पांच साल अपने क्षेत्रों की सुध नहीं लेते। चुनाव आते ही जनसेवक बनने...
सख्ती जरूरी नौजवानों का रोजगार उनके परिवार की रोजीरोटी का आधार बनता है। ज्यादा वेतन के लालच में कुछ बेरोजगार युवकों को धोखेबाज एजेंट अपने जाल में फांस कर विदेश भेज देते हैं। उनके परिवार वाले भी चूक कर जाते...