पहाड़ों में कैसे बनें सुरक्षित घर
पिछड़ता चंडीगढ़ स्वच्छ शहरों की श्रेणी में इंदौर ने लगातार आठवीं बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वहीं, ‘सिटी ब्यूटीफुल’ कहलाने वाला चंडीगढ़ बीते कुछ वर्षों से अपनी शोभा खोता जा रहा है। म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की अनदेखी, नौकरशाहों और विपक्षी...
नशा सामाजिक चुनौती हिमाचल प्रदेश में ड्रग्स की बढ़ती समस्या गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। यह केवल कानून व्यवस्था का नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक ताने-बाने का भी संकट है। युवाओं का नशे की गिरफ्त में आना बेरोजगारी,...
अतार्किक विरोध सात जुलाई के दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित संपादकीय ‘भाषाई दुराग्रह’ को पढ़कर आश्चर्य हुआ कि राज और उद्धव ठाकरे 20 साल बाद मराठी भाषा के समर्थन और हिंदी के विरोध के लिए एकजुट हुए हैं, जबकि शिवसेना का...
हिंदी का अतार्किक विरोध दो जुलाई के अंक में विश्वनाथ सचदेव के आलेख ‘हिंदी के विरोध की संकीर्ण राजनीति’ में उठाए गए मुद्दे विचारणीय हैं। पुणे और मुंबई में जब लोग हिंदी में बात करते हैं, तो लोग इसे समझते...
समृद्ध संस्कृति हिमाचल प्रदेश की परंपराएं अत्यंत समृद्ध और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर हैं। यहां के लोग अपने रीति-रिवाजों और त्योहारों से गहराई से जुड़े होते हैं, जिन्हें बड़े उत्साह से मनाया जाता है। लोकनृत्य ‘नाटी’ और लोकगीत यहां की...
समाज में असहिष्णुता एक जुलाई के संपादकीय ‘बात बेबात घात’ में आज के सामाजिक वातावरण पर गंभीर और चिंतनशील टिप्पणी की गई है। यह वास्तव में चिंता का विषय है कि हमारे समाज में तात्कालिक आवेग, असहिष्णुता और अहंकार के...