Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

हरियाणा-यूपी सीमा पर यमुना में बड़े पिलर लगाने का काम शुरू

गांव राणा माजरा से लेकर गांव हथवाला तक करीब 35 किमी के एरिया में लगाये जाएंगे पिलर

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
पानीपत में यमुना पुल के पास यमुना नदी में सीमा रेखा पर पिलर लगाते कारीगर। -हप्र
Advertisement

पानीपत, 1 जून (हप्र)

पानीपत जिला में यमुना नदी में हरियाणा व यूपी सीमा रेखा पर बड़े पिलर लगाने का काम ठेकेदार ने शनिवार से शुरू कर दिया गया है। ठेकेदार ने पहले हरिद्वार हाईवे स्थित यमुना पुल से दिल्ली की तरफ पिलर लगाने शुरू किये गये हैं। बता दें कि पीडब्ल्यूडी द्वारा यमुना नदी में दोनों प्रदेशों की सीमा रेखा पर पिलर लगाने का 5.12 करोड़ रुपये का टेंडर पंचकूला की एटी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया हुआ है। ठेकेदार द्वारा पिलर लगाने के लिये सरियों के जाल तो यमुना पुल के पास बनाये जा रहे हैं और यमुना में सीमा रेखा पर मशीन से पिलर लगाने के लिये बोर किया जा रहा है। उसके उपरांत उस बोर में सरियों का जाल और कंक्रीट का मिक्सचर डालकर पिलर बनाया जा रहा है।

Advertisement

Advertisement

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन सवित पान्नू ने एक जेई की ड्यूटी वहीं पर लगाई हुई है और एसडीओ शैलेंद्र भाटिया भी निरंतर इसकी निगरानी कर रहे है। ठेकेदार के पास यमुना नदी में सीमा रेखा पर पिलर लगाने का जून का करीब एक माह का ही समय है और जुलाई के प्रथम सप्ताह में तो बारिश का मौसम शुरू होने पर यमुना में पानी आ जाता है, जिसके चलते पिलर नहीं लग पायेंगे। पानीपत के गांव राणा माजरा से लेकर हथवाला तक करीब 35 किमी के एरिया में यमुना नदी में सीमा रेखा पर 212 बड़े पिलर लगाये जाएंगे। हरियाणा के पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा ओड नंबर के पिलर और इतने ही पिलर यूपी सरकार द्वारा ईवन नंबर के लगवाये जाएंगे।

पिलर लगने से किसानों के बीच जमीन का भी होगा आदान-प्रदान

यमुना नदी के दोनों तरफ किनारे पर पानीपत व यूपी के दो दर्जन से ज्यादा गांव लगते हैं। दोनों प्रदेशों के किसानों के बीच करीब चार दशकों से कई गांवों में सीमा रेखा को लेकर जमीनी विवाद होता रहता है। पिलर लगने से दोनों प्रदेशों के किसानों के बीच करीब चार दशकों से चल रहा जमीनी विवाद समाप्त हो जाएगा। वहीं पिलर लगने के बाद दोनो प्रदेशों के किसानों की जमीन का आदान-प्रदान भी होगा। यमुना में सीमा पर यूपी की कैराना व छपरौली तहसीलें और पानीपत की बापौली तहसील का एरिया पड़ता है। इसलिए पानीपत के जिन किसानों की जमीन यूपी की तरफ निकलेगी तो उनका राजस्व रिकार्ड यूपी में चला जायेगा और यूपी के जिन किसानों की पानीपत की तरफ जमीन आई तो उनका रिकार्ड बापौली तहसील में आ जाएगा। बापौली तहसील के कानूनगो नरेश कुमार के अनुसार जमीन के मालिक तो वही किसान रहेंगे, लेकिन उनके राजस्व रिकार्ड में तहसील व प्रदेश बदल जायेंगे।

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन बोले

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन सवित पान्नु और एसडीओ शेलेंद्र भाटिया ने बताया कि यमुना नदी में ठेकेदार ने दोनों प्रदेशों की सीमा रेखा पर पिलर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि बारिश के मौसम में यमुना में पानी आने से पहले अधिकतर पिलर लगाये जा सकें।

Advertisement
×