‘रोबोट एडिड सर्जरी से अब हम ट्यूमर को हटाने, किडनी को बचाने में सक्षम’
कैथल, 21 फरवरी (हप्र)
रोबोट एडिड सर्जरी मिनिमल इनवेसिव सर्जरी का नवीनतम रूप है और मरीज के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव क्षेत्र का 3-डी दृश्य प्रदान करता है। ओपन सर्जरी में 8-10 दिनों के सामान्य प्रवास की तुलना में रोबोट- एडिड सर्जरी से मरीज प्रक्रिया के उसी दिन चलने में सक्षम हो जाता है। नई तकनीकों की मदद से हम अब सिर्फ ट्यूमर को हटाने और किडनी को बचाने में सक्षम हैं। फोर्टिस अस्पताल मोहाली में यूरो-ऑन्कोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के कंसल्टेंट डॉ. धर्मेंद्र अग्रवाल ने निजी होटल में मीडिया को संबोधित करते हुये यह जानकारी दी और बताया कि रोबोट एडिड सर्जरी के जरिए जटिल यूरोलॉजिकल कैंसर से पीड़ित कई रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। इस अवसर पर डाॅ. धर्मेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इनमें 56 वर्षीय मरीज भी था, जिसने क्रोनिक किडनी रोग के कारण 2018 में रीनल ट्रांसप्लांट कराया था। उनकी ट्रांस्प्लांटेड किडनी में 3 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया। डॉ. अग्रवाल ने गुर्दे को सुरक्षित रखते हुए ट्यूमर को हटा दिया गया। वहीं दूसरे मामले मेंं एक 62 वर्षीय मरीज को 10 दिनों से पेशाब में खून आ रहा था। उनकी दाहिनी किडनी में एक बड़ा ट्यूमर पाया गया। उसे डॉ. धर्मेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने ट्यूमर को पूरी तरह से हटाया। डॉ. धर्मेंद्र अग्रवाल ने लंदन से जटिल कैंसर सर्जरी और रोबोट एडेड सर्जरी का प्रशिक्षण लिया है और अब तक 550 से अधिक रोबोटिक सर्जरी कर चुके हैं।