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अचानक बढ़े पारे ने चौपट कर डाली आम की फसल

अरविंद शर्मा/हप्र जगाधरी, 10 अप्रैल मौसम की बेरुखी ने आम की खेती करने वाले किसानों को तगड़ा झटका दिया है। अप्रैल माह में मई जैसी गर्मी पड़ रही है। इन दिनों में 30 से 35 डिग्री के बीच तापमान रहना...
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जगाधरी इलाके में खराब हुए बौर वाले आम के पेड़। -हप्र
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अरविंद शर्मा/हप्र

जगाधरी, 10 अप्रैल

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मौसम की बेरुखी ने आम की खेती करने वाले किसानों को तगड़ा झटका दिया है। अप्रैल माह में मई जैसी गर्मी पड़ रही है। इन दिनों में 30 से 35 डिग्री के बीच तापमान रहना चाहिए, लेकिन यह 40 के आसपास चल रहा है। समय से पहले अचानक बढ़े पारे ने आम की फसल बर्बाद कर दी है। तापमान से आम बौर खराब होकर झड़ गया है।

वहीं, बागवानी विशेषज्ञ भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। वे किसानों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।

जगाधरी-छछरौली में है आम के बागों का सर्वाधिक रकबा

हरियाणा में सबसे ज्यादा आम के बाग जगाधरी-छछरौली इलाके में हैं। इसके अलावा बिलासपुर व साढौरा इलाके में भी बाग का रकबा है। जिले में इस समय करीब 55सौ हैक्टेयर रकबे में आम के बाग हैं। करीब दो हजार एकड़ रकबा अमरूद का है। ज्यादा रकबा आम की फसल का है। जिला बागवानी अधिकारी डा. कृष्ण कुमार सोलंकी ने बताया कि किसानों को बाग लगाने के प्रति रुझान बढ़ रहा है। उनका कहना है कि सरकार बागों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं के तहत प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन मौसम की मार से फसल को नुकसान हुआ है। उनका कहना है कि आम की फसल के लिए 35 डिग्री के आसपास तापमान रहना चाहिए, लेकिन यह पांच-छह डिग्री ऊपर चल रहा है। इससे बूर खराब हो गया है। कई पेड़ों का बूर तो काला पड़ गया है। ज्यादातर पेड़ बूर से खाली हो गए हैं, जबकि एक माह पहले तक बहुत अच्छा बूर था। उनका कहना है कि किसानों को बागवानी विशेषज्ञों की सलाह अनुसार एहतियाती कदम उठाने चाहिए।

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