व्यंजनों की विविधता और भाषायी एकता पर विशेष सत्र आयोजित
कैथल, 4 जून (हप्र)
आरोही स्कूल ग्योंग में आयोजित भारतीय भाषा समर कैंप में विद्यार्थियों ने भारत की समृद्ध पाक परंपराओं और भाषायी विविधता में एकता का उत्सव मनाया। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ मनीष सिंगला के मार्गदर्शन में हिंदी प्राध्यापक डॉ विजय कुमार चावला ने ‘बूझो तो जानो’ फ्लैश कार्ड खेल के माध्यम से विद्यार्थियों को भारत के विभिन्न क्षेत्रों के व्यंजनों के बारे में रोचक जानकारी दी।
डॉ. चावला ने बताया कि भारतीय व्यंजन न केवल स्वाद में विविध हैं बल्कि वे देश की संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक विविधता के परिचायक भी हैं। विद्यार्थियों ने खेल-खेल में भाषा, व्यंजन और संस्कृति के अद्भुत मेल को जाना तथा मातृभाषा में अपने भाव प्रकट कर आपसी सम्मान और सांस्कृतिक प्रशंसा को समझा। इसके बाद विद्यार्थियों ने रोल-प्ले गतिविधियों में भाग लिया।
इनमें शॉपिंग, रेस्तरां में ऑर्डर देना, सड़क सुरक्षा समझाना आदि शामिल थे। दूसरे सत्र में अंग्रेजी प्राध्यापक कुलदीप ने अंग्रेजी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी भाषाओं के सम्मान का संदेश दिया।
तीसरे सत्र में संगीत प्राध्यापिका डॉ प्रोमिला ने विभिन्न भाषाओं में देशभक्ति गीत, वाद्ययंत्रों और डांस स्टेप्स के माध्यम से सांस्कृतिक समरसता को दर्शाया। कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए कोलाज, फलैश कार्ड और चित्रों ने समर कैंप की रचनात्मकता को नया आयाम दिया।