सड़कों के निर्माण के लिए बाजार बंद कर दुकानदारों ने दिया धरना
सीवरेज व पेयजल पाइप लाइन के प्रोजेक्ट ने चौटाला गांव की सूरत बिगाड़ कर रख दी है। पाइप बिछाने हेतु उखाड़ी गयी सड़कें दोबारा न बनाये जाने से गांव में व्यापार लगभग ठप हो गया है। जिसके चलते मुख्य बाज़ार के दुकानदारों ने बुधवार को कारोबार बंद करके धरना दिया। दुकानदारों का आरोप है कि जनस्वास्थ्य व यांत्रिकी विभाग पाइप लाइन बिछाने के बाद मुख्य बाज़ार की सड़क निर्माण भूल गया है। बाज़ार में जगह-जगह गड्डों के चलते पैदल चलना तक मुश्किल है, मुख्य बाज़ार व रिहायशी गलियाें की स्थिति लोगों के पैदल चलते के लायक नहीं हैं। बरसात का पानी लोगों के घरों की नींवों में घुस कर नुकसान पहुंचा रहा है। गलियों में इमरजेंसी में मरीज को अस्पताल ले जाने हेतु एम्बुलेंस तक नहीं आ सकती। बता दें कि सड़क निर्माण की मांग के लिए तीन माह में दुकानदारों का यह दूसरा धरना है।
मुख्य बाज़ार व गलियों की दुर्दशा 19-20 हजार की आबादी के लिए महीनों से परेशानी का सबब बनी है। मुख्य बाज़ार के दुकानदार यूनियन के अध्यक्ष बबलू, महावीर, रोहित छींपा, काली बब्बर, लक्ष्मण जाखड, मदन जाखड़, मुकेश, गगन व संदीप ने बताया कि सीवरेज व पेयजल पाइप बिछाने के लिए उखाड़ी सडकों से उनके कारोबार बिलकुल ठप हो चुके हैं। गांव की गलियों उखाड़ा गया, उसे ठीक करने के लिए कदम नहीं उठाये गये। दुकानदारों ने बताया कि जन स्वास्थ्य, यांत्रिकी विभाग द्वारा निर्मित कई गलियां जगह जगह से बैठ गयी हैं। शिकायत करने पर अधिकारी वर्ग सुनने की तैयार नहीं। मामला गर्माने पर लोक निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियर पहुंचे व सडक पर मिटटी वगैरा डलवाने पर दुकानदार शांत हुए। लोक निर्माण विभाग (बीएंडआर) डबवाली के एसडीओ परमजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि जन स्वास्थ्य व यांत्रिकी विभाग ने चौटाला में बिना मंजूरी के उनके विभाग के अधीनस्थ मुख्य बाज़ार सहित 4 किलोमीटर लंबी दो मुख्य सड़कों को उखाड दिया।
पुलिस शिकायत के बाद जन स्वास्थ्य विभाग ने 4.5 करोड़ रुपये जमा करवाए हैं। दोनों सड़कों का एस्टीमेट मुख्यालय को भेजा है। मिट्टी से गद्दे भरवा कर सड़क को चलने लायक बनाया जा रहा है।
अधिकतर गलियों का कर दिया निर्माण
जन स्वास्थ्य व यांत्रिकी विभाग डबवाली के एसडीओ विशाल ज्याणी का कहना है कि चौटाला में सीवरेज व पेयजल प्रोजक्ट के बाद 80 प्रतिशत गलियों को बना दिया गया है। गलियों में खामियों को ठीक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण हेतु लोक निर्माण विभाग (बीएंडआर) को 4.5 करोड़ रूपये दिए हैं।