Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

प्राथमिक कक्षाओं के कमरे बनेंगे साक्षरता केंद्र

‘मेरी कक्षा मेरी शान’ अभियान : प्रिंट रिच प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे अम्बाला के 478 स्कूलों के 800 शिक्षक
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

जितेंद्र अग्रवाल/हप्र

Advertisement

अम्बाला शहर, 10 जुलाई

जिले के प्राथमिक स्कूलों में कक्षा बालवाटिका 3 से लेकर 5 तक के प्राथमिक शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग की ओर से राज्य स्तरीय प्रिंट रिच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 28 जुलाई से 31 अगस्त के बीच करवाई जाएगी जिसमें जिले के 478 स्कूलों के 880 प्राथमिक शिक्षक भाग लेंगे। प्रतियोगिता के बहाने स्कूलों के कक्षा कक्ष छात्रों की आवश्यकतानुसार प्रिंट रिच हो जाएंगे।

प्रतियोगिता के विजेता ऑनलाइन पोल के माध्यम से चुने जाएंगे। विजेता शिक्षकों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य कक्षाओं का वातावरण बच्चों के लिए अनुकूल बनाना है। प्रिंट रिच निर्माण की राज्य स्तरीय पहल कक्षाओं को सीखने, शिक्षण को रोचक और साक्षरता का केंद्र बनाने की कोशिश करती है जो बच्चों के लिए अनुभवात्मक और बालकेंद्रित स्थानों के माध्यम से बच्चों के बुनियादी कौशल का विकास करती है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों का चयन जिला स्तर पर किया जाएगा।

ये रहेंगे मापदंड

प्रिंट रिच सामग्री की विविधता जैसे कि सजावटी सामग्री, शब्द दीवार, संकेत तथा पोस्टर इत्यादि के लिए 25 अंक, विद्यार्थियों की भागीदारी के लिए 20 अंक, कार्यात्मक सीखने के कोने और उनके दैनिक उपयोग के लिए 20 अंक, परिस्थिति अनुसार संसाधनों के उपयोग के लिए 20 अंक, दस्तावेजीकरण जैसे वीडियो सामग्री का नियमित रूप से अपडेट तथा समुदाय की भागीदारी के लिए 15 अंक होंगे।

2 चरणों में होगी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता दो चरणों में करवाई जाएगी जिसमें पहले चरण में जिला स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं की श्रेष्ठ प्रिंट रिच वीडियो भेजी जाएगी। प्रदेशस्तरीय कमेटी अध्यक्ष एससीईआरटी निदेशक कुल 100 वीडियो का चयन करने के बाद उन शिक्षकों के नाम अकादमिक सेल को भेजेंगे। यह चरण 18 से 22 अगस्त तक होगा। दूसरे चरण में प्रत्येक जिले से एक सर्वश्रेष्ठ चयनित वीडियो को विभाग के सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड किया जायेगा जिस पर जिले और व्यक्तिगत शिक्षक प्रविष्टियों की समीक्षा करेंगे और वोट देंगे। तत्पश्चात पोल के आधार पर शीर्ष 5 जिले चयनित होंगे और चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा।

3 चरणों में होगी प्रतियोगिता

यह प्रतियोगिता तीन चरणों में करवाई जाएगी। पहले चरण में क्लस्टर स्तर पर 28 जुलाई से 1 अगस्त तक प्रतियोगिता होगी। क्लस्टर विजेता 4 से 8 अगस्त तक खंड स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इसी तरह खंड विजेता 11 से 14 अगस्त तक चलने वाली प्रतियोगिता में भाग लेंगे। जिलास्तर के विजेताओं के नाम राज्य प्रतियोगिता के लिए भेजे जाएंगे जो 18 से 22 अगस्त तक करवाई जाएगी। इसके बाद 25 से 31 अगस्त तक ऑनलाइन वोटिंग से विजेता का चुनाव होगा।

प्रतियोगिता के हर चरण में होगी 5 सदस्यीय कमेटी

क्लस्टर स्तर पर संकुल मुखिया, लेक्चरर, टीजीटी, प्राइमरी टीचर और एबीआरसी कमेटी के सदस्य होंगे। खंड स्तरीय प्रतियोगिता में बीईओ अध्यक्ष होंगे व बीआरसी, जिला एफ एलएन समन्वयक, 1 लेक्चरर, 1 टीजीटी तथा 3 बीआरपी, एबीआरसी कमेटी सदस्य होंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में जिला डाइट प्राचार्य डीपीसी, 3 डाइट लेक्चरर, जिला एफ एलएन समन्वयक तथा 2 लेक्चरर तथा 2 टीजीटी सदस्यों की कमेटी बनाई जाएगी।

''प्रतियोगिता में स्कूल की दीवार और छत का रचनात्मक उपयोग, छात्रों के कार्य और विषयगत सामग्री के लिए डिस्प्ले बोर्ड, लेबल किये गए स्टोरेज, दैनिक शेड्यूल और कक्षा की जानकारी इत्यादि। इसके साथ साथ शिक्षण अधिगम सामग्री तथा शिक्षण अधिगम उपकरण आदि भी लिए जा सकते हैं। संबंधित व्यक्तियों की ड्यूटियां लगा दी गई हैं। '' 

-सुधीर कालड़ा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, अम्बाला

Advertisement
×