पीएम विकसित भारत रोजगार योजना से सृजित होंगे रोजगार के नए अवसर : संजीव कपूर
इम्प्लॉईज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (ईपीएफओ) क्षेत्रीय कार्यालय, करनाल के प्रवर्तन अधिकारियों संजीव कपूर, प्रदीप बत्रा, मनोज ने बताया कि केंद्र सरकार ने निजी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों की बेहतरी के लिए पीएम विकसित भारत रोजगार योजना शुरू की है। इस स्कीम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजन करना है।
योजना की जानकारी के लिए क्षेत्रीय कार्यालय, ईपीएफओ द्वारा गुडरिच इंडस्ट्रीज करनाल में सेमिनार का आयोजन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह स्कीम पूरे भारत में 1 अगस्त, 2025 से लागू हो जाएगी। यह स्कीम औद्योगिक इकाइयों और अन्य नियोक्ताओं पर 2 साल के लिए लागू होगी तथा मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों पर 4 साल के लिए लागू होगी।
उन्होंने कहा कि ईपीएफओ के पूरे देश में 7.83 करोड़ पीएफ खाताधारक हैं, जिन्हें करीब 150 कार्यालयों के माध्यम से सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन 1 अगस्त, 2025 से शुरू होकर 31 जुलाई 2027 तक चलेगी। यह स्कीम 1 लाख रुपए तक प्रति महीना वेतन प्राप्त करने वाले नये कर्मचारियों (प्रथम बार नौकरी ज्वाइन करने वाले) पर लागू होगी, उन्हें मिलने वाली 15 हजार रुपए तक की राशि 2 किश्तों में दी जाएगी। यह स्कीम कर्मचारियों के साथ-साथ उत्पादकों (नियोक्ताओं) के लिए भी है। इसके तहत, नये रोजगार सृजन करने वाले 10 हजार रुपए तक वेतन वाले कर्मचारियों के नियोक्ताओं को 1 हजार रुपए प्रति महीना, 10,001 से 20 हजार रुपए तक वेतन वालों के लिए 2 हजार रुपए और 20,001 से 1 लाख रुपए तक वेतन वालों के लिए 3 हजार रुपए प्रति महीना नियोक्ताओं को दिया जाएगा।
उन्होंने कर्मचारियों और उद्योगपतियों से इस स्कीम का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के लिए करीब 1 लाख करोड़ रुपये का केंद्रीय बजट रखा गया है और इसके माध्यम से करीब साढ़े 3 करोड़ नई नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य है।