खेतों की बिजली न आने से सूखी धान की पौध : राजीव आर्य
कैथल, 28 मई (हप्र)
युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष हरियाणा राजीव आर्य ढांड ने कहा कि कस्बा सहित आसपास के गांवों में किसानों द्वारा खेतों में धान की फसल के लिए बोई (पैदावार) की गई पौध बिजली न होने के कारण सूखने के कगार पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा महंगे बीज लेने के बावजूद पानी की किल्लत के कारण पनीरी की पौध सुखने की वजह से किसानों को भारी नुकसान उठाने के साथ अगली फसल की पैदावार के लिए भी देरी होगी। किसान नेता क्षेत्र में किसानों के खेतों में धान की पौध सूखने का निरीक्षण करने के बाद कस्बे में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गत सप्ताह रात को तूफान, आंधी व बीच में बारिश आने की वजह से भारी संख्या में खेतों में लगे बिजली के पोल (खंभे) टूटकर खेतों में गिर गए थे और बिजली की तारें भी खेतों के बीचोंबीच पड़ी है। जिस कारण बिजली न होने के कारण किसान पौध में पानी की सिंचाई करने से वंचित रह गए थे और कई किसान महंगे दामों पर डीजल खरीदकर इंजन की सहायता से खेतों में पानी की सप्लाई कर रहे हैं।
युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ढांड ने आरोप लगाया कि खेतों में टूटे पड़े बिजली के पोलों को बदलने व टूटी हुई तारों को ठीक करने का कार्य निगम द्वारा धीमी गति से किया जा रहा है। जिस कारण खामियाजा किसानों को अपनी पौध नष्ट होने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। राजीव आर्य ढांड ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही निगम क्षेत्र में किसानों के खेतों में टूटे पड़े बिजली के पोल व तारें ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की तो किसान निगम के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
तूफान से पोल टूटने से बाधित हुई आपूर्ति
विद्युत निगम ढांड के एस.डी.ओ. प्रिंस भूरा ने कहा कि प्राकृतिक आपदा अचानक से आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। भारी संख्या में पोल व तारें टूट गई। सबसे पहले गांव की बिजली आपूर्ति युद्धस्तर पर कार्य करके बहाल की गई और अब खेतों में भी कार्य सुचारू रूप से चल रहा है, लेकिन बारिश होने के कारण खेतों में साधन न चलने के कारण कार्य में रुकावट पैदा हो गई थी। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा क्षेत्र में कई फीडरों की खेतों की बिजली सुचारू रूप से शुरू कर दी गई और कुछ फीडर रह गए हैं और एक-दो दिन में वहां भी बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।