एक लाख परिवारों ने 500 रुपये में गैस सिलेंडर योजना से बनायी दूरी
जिला में एक लाख से अधिक परिवार प्रदेश सरकार की 500 रुपए में रसोई गैस देने का लाभ नहीं ले रहे। जून माह में जिले में करीब 15 हजार परिवार गरीबी रेखा से ऊपर हो गए तो जुलाई में करीब 4500। जिस कारण उन्हें रिकवरी का डर सता रहा है। इसके अलावा हजारों परिवार ऐसे हैं जिन्होंने पारिवारिक आईडी तो अलग बनवा ली, लेकिन घर में एक ही चूल्हे पर खाना बनता है। उनको डर है कि यदि भविष्य में घर-घर जांच हो गई तो वे फंस सकते हैं। गरीब परिवारों के पास गैस कनेक्शन किसी न किसी रूप में जरूर है लेकिन सरकार की योजना के तहत ये सब्सिडी पाने से दूरी बनाये हुए हैं।
केंद्र सरकार की ओर से उज्जवला योजना के तहत गरीब महिलाओं को फ्री कनेक्शन पूरे सामान सहित दिया गया था। वर्ष 2024 में भारत सरकार ने उज्जवला योजना को होल्ड कर दिया जिसकी वजह से हरियाणा सरकार ने 1.80 लाख या इससे कम आय वाले परिवारों को सब्सिडी के तहत लाभ देने के लिए हर घर-हर गृहणी योजना प्रदेश में लागू की जिसके तहत लोगों को सिलेंडर के जोड़ने की कोशिशें शुरू हुई।
खाद्य एवं पूर्ति विभाग की मानें तो हर घर-हर गृहणी योजना के तहत लोगों को कनेक्शन देने के लिए प्रयास किए गए तो मात्र 39 हजार 936 गरीब पात्र परिवारों ने ये कनेक्शन लिए। वहीं उज्जवला योजना के तहत 50 हजार 435 पात्र गरीब महिलाओं के नाम कनेक्शन जारी हैं। इन दोनों योजनाओं के तहत मिलाकर विभाग के पास आंकड़ा आया है कि कुल 90 हजार 631 गरीब परिवारों के पास ही ऐसे कनेक्शन हैं जिनके पास सरकार की सब्सिडी पहुंच पा रही है जबकि जिले में बीपीएल व अन्त्योदय परिवारों की संख्या लगभग 1,91,000 है। यानी प्रदेश सरकार की रसोई गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना का लाभ करीब 1 लाख परिवार नहीं ले रहे।
क्या कहते हैं डीफएससी
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विनीत जैन का कहना है कि सरकार की योजना के तहत गरीब परिवारों को 500 रुपये का सिलेंडर प्राप्त करने की योजना का लाभ लेकर सब्सिडी प्राप्त करनी चाहिए। इसके पात्र गरीब परिवारोें को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं।