फसलों के आयात से बर्बाद हो जाएगा भारतीय किसान : चढ़ूनी
शाहाबाद मारकंडा, 12 जून (निस) भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीयाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने देश में सस्ते आयात के बढ़ते खतरे और इसके भारतीय किसानों पर पड़ने वाले प्रभावों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार कुछ ऐसी नीतियों...
शाहाबाद मारकंडा, 12 जून (निस)
भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीयाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने देश में सस्ते आयात के बढ़ते खतरे और इसके भारतीय किसानों पर पड़ने वाले प्रभावों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार कुछ ऐसी नीतियों पर काम कर रही है, जिसके तहत गेहूं, सेब और दूध सहित 7 फसलों को विदेश से आयात करने की योजना है।
इस बारे उच्चस्तरीय अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल व वाणिज्य मंत्री भी अमेरिका जाकर आ चुके हैं और 10 जुलाई तक इस मुद्दे पर अंतिम फैसला हो सकता है।
चढ़ूनी ने आरोप लगाया कि सरकार इस जानकारी को जनता से छिपा रही है, किसानों की आजीविका खतरे में पड़ेगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका जैसे देशों या उन देशों से सस्ती फसलों का आयात शुरू हुआ, जहां उत्पादन अधिक और लागत कम है तो भारतीय किसानों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी।
चढ़ूनी ने कहा कि भारत में किसान पहले से ही वेंटिलेटर पर है, सस्ता आयात होने से किसान पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। चढ़ूनी ने कहा कि सभी किसान संगठनों और राजनीतिक दलों को एक मंच पर आना होगा क्योंकि यह मुद्दा सिर्फ किसानों तक सीमित नहीं है बल्कि आने वाले समय में यह समाज के हर वर्ग को प्रभावित करेगा। चढ़ूनी ने बताया कि सरकार के साथ इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक की जाएगी। इसके बाद आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।

