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Haryana-मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना का नाममात्र किसान ही उठा रहे लाभ
पानीपत, 24 दिसंबर (हप्र) पानीपत जिले में किसानों द्वारा 30-35 हजार एकड़ में सब्जियों व करीब 700 एकड़ में फलों की खेती की जाती है। सब्जियों की सालभर की रबी, खरीफ व जायद सहित तीनों सीजन की एकड़ में गणना...
05:02 AM Dec 25, 2024 IST Updated At : 10:05 PM Dec 24, 2024 IST
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पानीपत, 24 दिसंबर (हप्र)
पानीपत जिले में किसानों द्वारा 30-35 हजार एकड़ में सब्जियों व करीब 700 एकड़ में फलों की खेती की जाती है। सब्जियों की सालभर की रबी, खरीफ व जायद सहित तीनों सीजन की एकड़ में गणना की जाये तो वह एक लाख एकड़ से भी ज्यादा एरिया बनता है। लेकिन किन्हीं भ्रांतियों के चलते नाममात्र किसान ही बागवानी विभाग की मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना का लाभ उठा रहे हैं। किसी प्राकृतिक आपदा या प्रतिकूल मौसम के चलते सब्जियों व फलों की फसल खराब होने पर किसानों को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि बागवानी विभाग द्वारा किसानों से मात्र 2.5 प्रतिशत प्रीमियम लेकर सब्जियों व फलों की खेती का बीमा किया जाता है। इसमें किसानों को किसी वजह से 25 प्रतिशत से ज्यादा फसल खराब होने पर सब्जियों का 15 से लेकर 30 हजार और फलों का 20 से लेकर 40 हजार रुपये तक मुआवजा मिलता है।
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बागवानी विभाग द्वारा सब्जियों व फलों की खेती का बीमा करवाने को लेकर किसानों को जिलाभर में ब्लाक वाइज मीटिंगें व सेमिनार आदि करके जागृत भी किया जा रहा है लेकिन अभी भी सरकार की इस बीमा योजना का बहुत कम किसान ही फायदा उठा रहे हैं।
योजना में 46 फसलें शामिल
बागवानी विभाग ने मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत सब्जियों, फलों व मसालों की कुल 46 फसलों को शामिल किया गया है और किसान इन फसलों का मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के बाद उसी पोर्टल पर बीमा करवा सकते हैं। सब्जियों में टमाटर, प्याज, आलू, शिमला मिर्च, भिंडी, टिंडा, घीया व खीरा सहित 23 फसलें शामिल हैं जबकि फलों में आम, अमरूद, नींबू, संतरा, आड़ू व स्ट्राबेरी आदि फसलें और मसालों में लहसुन व हल्दी शामिल हैं।
सब्जियों व मसाला का 30 हजार रुपये प्रीमियम होता है, पर किसान को मात्र ढाई (2.5) प्रतिशत यानी 750 रुपये देना होता है जबकि फलों की खेती में 40 हजार प्रीमियम होता है और किसान को एक हजार रुपये देना होता है।
फसल खराब होने पर बागवानी विभाग की टीम द्वारा भौतिक सत्यापन करने के बाद किसानों को मुआवजा दिया जाता है। किसान सब्जियों की फसल की बिजाई करते ही पोर्टल पर जाकर किसी भी सीएससी या अपने मोबाइल से सब्जियों, फलों व मसालों का बीमा करवा सकते हैं और इसके लिये प्रीमियम ऑनलाइन ही लिया जाएगा।
-बागवानी विभाग के डीएचओ डा. शार्दूल शंकर
किसानों को सब्जियों, फलों व मसाला की खेती की फसलों का मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना का लाभ उठाने के लिये निरंतर जाग्रत किया जा रहा है लेकिन कुछ भ्रांतियों के चलते अभी बहुत कम किसान ही इसका लाभ उठा रहे हैं। इसके तहत मात्र 2.50 प्रतिशत प्रीमियम लेकर फसल का बीमा किया जाता है। किसी प्राकृतिक आपदा ओलावृष्टि, पाला, तापमान, आंधी-तूफान और जलभराव बाढ़ आदि से किसानों की सब्जियों, फलों व मसालों की फसल खराब होती है तो सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाता है।