Haryana News : अमेरिका से डिपोर्ट किए हरियाणवियों में कैथल के सबसे अधिक 11 युवा
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 5 फरवरी
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए हरियाणा के 33 लोगों में से कैथल जिले के सबसे अधिक 11 लोग शामिल हैं। यह सभी लोग डोंकी के रास्ते अमेरिका पहुंचे थे। डिपोर्ट किए गए लोगों में गांव खेड़ी साकरा की एक महिला ओमी देवी भी शामिल है। अधिकतर लोग ग्रामीण इलाकों के रहने वाले हैं और रोजगार की तलाश में अमेरिका गए थे। इनमें से भी अधिकतर ने अपनी खेती की जमीन बीच कर अमेरिका में पैसा कमाने का सपना देखा था। इन लोगों को वीजा नियमों के उल्लंघन और अवैध प्रवास के कारण डिपोर्ट किया गया है। गांव अटैला निवासी अमन के परिजनों ने बताया कि अमन 5 महीने पहले अमेरिका गया था। वहां जाने के बाद अमेरिका की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तब से वह शरणार्थी था।
करीब 5 माह बाद उसे वहां से अब डिपोर्ट कर दिया गया है। अमन के पिता कृष्ण ने अपना दु:खड़ा रोते हुए बताया कि उन्होंने अमन को विदेश भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपये में बातचीत की थी। उनमें से कुछ राशि दे भी दी थी।
बाकी राशि ठीक-ठाक पहुंचाने के बाद देने की बात हुई थी। उन्होंने यह राशि अपने रिश्तेदारों, जानकारों व भाईचारे से इकट्ठे करके अमन को विदेश भेजने का प्रयास किया था। परिवार को उम्मीद थी कि वहां पहुंचने के बाद अमन अच्छी कमाई करेगा, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, लेकिन अब उनके अरमान धरे रह गए।
कैथल के डीएसपी वीरभान ने बताया कि अभी तक डिपोर्ट किए गए लोगों की आधिकारिक सूची सरकार या उच्च अधिकारियों से प्राप्त नहीं हुई है। सूची मिलते ही सभी व्यक्तियों के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी और यदि किसी की आपराधिक पृष्ठभूमि पाई गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ही उन्होंने सूची देखी है। अधिकारिक तौर पर अभी उनके पास कोई सूची नहीं आई है।
कैथल के इन लोगों को किया गया डिपोर्ट
अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने वाले 11 लोगों में कैथल के गांव प्योदा के अभिषेक, गांव धुंधरेहड़ी साहिल, फतेहपुर के जितेश वालिया (हाल निवासी जिला अंबाला), गांव अटेला के अमन कुमार, गांव खेड़ी साकरा की ओमी देवी (हाल निवासी जिला करनाल), गांव कसान का अंकित, गांव मटौर का सुशील, कैथल शहर का रमेश, गांव अरनौली का गुरप्रीत, गांव काकौत का प्रिंस और गांव श्योमाजरा का मनदीप शामिल हैं। वहीं, धुंधरेहड़ी निवासी साहिल के पिता चरण सिंह अनुसार साहिल को करीब छह महीने पहले ही डोंकी के माध्यम से अमेरिका में भेजा था। उसे भेजने के लिए करीब 40 लाख रुपये खर्च किए गए थे। वह एक छोटा किसान और करीब डेढ़ एकड़ जमीन पर खेती है। उसने अपने बेटे साहिल को रिश्तेदारियों में से कर्ज लेकर अमेरिका भेजा था। अब उसे वापस भेज दिया गया है। साहिल को लेने परिजन अमृतसर पहुंच चुके हैं। वे बृहस्पतिवार को वापस कैथल पहुंचेंगे।
सुरजेवाला बोले : संदीप की दास्तान झकझोरने वाली
सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर से गए और अब डिपोर्ट हुए संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर भी अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने लिखा-2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर से गए और अब डिपोर्ट हुए संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली है। उसे काम करने के लिए अमेरिका में टेंपररी वीजा दिया गया। जब संदीप अपने केस की सुनवाई के लिए इमिग्रेशन दफ्तर पहुंचा तो उसे वहां से गिरफ्तार करके डिटेंशन सेंटर में रखा गया और 1 फरवरी को डिपोर्ट कर दिया। अमेरिका जाने के लिए संदीप के परिवार ने अपनी 2 एकड़ जमीन बेचकर 42 लाख रुपए एजेंट को दिए। उन्होंने आगे लिखा कि हरियाणा में बेरोजगारी के चलते हर दिन ऐसी खबरें आती हैं।