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कुरुक्षेत्र की अष्टकोसी यात्रा में आज शिरकत करेंगे श्रद्धालु : पंकज सेतिया

कुरुक्षेत्र, 27 मार्च (हप्र) कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज सेतिया ने कहा कि सरकार के प्रयासों से अब देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु कुरुक्षेत्र के तीर्थों की ऐतिहासिक एवं पौराणिक अष्टकोसी यात्रा कर सकेंगे। यह यात्रा ब्रज...
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कुरुक्षेत्र, 27 मार्च (हप्र)

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज सेतिया ने कहा कि सरकार के प्रयासों से अब देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु कुरुक्षेत्र के तीर्थों की ऐतिहासिक एवं पौराणिक अष्टकोसी यात्रा कर सकेंगे।

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यह यात्रा ब्रज की 84 कोसी परिक्रमा की तर्ज पर चलेगी। अहम पहलू यह है कि केडीबी, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के प्रयासों से सरकार के सहयोग से 28 मार्च को कुरुक्षेत्र नाभिकमल मंदिर से सुबह 4ः30 बजे अष्टकोसी यात्रा का शुभारंभ होगा। सेतिया ने कहा कि चैत्र चौदस मेले के दौरान 28 मार्च को अष्टकोसी यात्रा शुरू की जाएगी और सभी 12 तीर्थों का भ्रमण करवाया जाएगा।

इस यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे और इस्कॉन संस्था की तरफ से भजन मंडली द्वारा कीर्तन भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास में, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों की अष्टकोसी यात्रा को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। ब्रज की 84-कोसी परिक्रमा की तर्ज पर, पहली 8-कोस यात्रा 28 मार्च को चैत्र चौदस मेले के साथ आयोजित की जाएगी। केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, एक पूरा मार्ग तैयार किया गया है, जिससे भक्तों को विभिन्न तीर्थों (तीर्थ स्थलों) के इतिहास और महत्व का पता लगाने में मदद मिलेगी। अष्टकोसी यात्रा सुबह 4.30 बजे नाभिकमल तीर्थ दर्रा खेड़ा तीर्थ से शुरू होगी और ओजस घाट, स्थाणीश्वर महादेव, कुबेर तीर्थ, क्षीर सागर तीर्थ, दधीचि कुंड, खेड़ी मारकंडा, वृद्धा कन्या, रत्नुक यक्ष-बीड़ पिपली, पावन तीर्थ-सुंदरपुर, ओघटिया घाट पलवल, बाण गंगा दयालपुर, आपगा तीर्थ दयालपुर, भीष्म कुंड नरकतारी से होकर नाभिकमल तीर्थ पर संपन्न होगी।

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