पानीपत में यमुना नदी में लगेंगे 307 पिल्लर
बिजेंद सिंह/हप्र
पानीपत, 10 फरवरी
यमुना तटबंध के अंदर जमीन की सीमा रेखा को लेकर पानीपत जिला और यूपी के शामली व बागपत जिलों के विभिन्न गांवों के किसानों के बीच कई दशक से विवाद है। यूपी के किसानों पर पानीपत जिले में और पानीपत के किसानों पर यूपी में कई बार मामले दर्ज हो चुके हैं। पानीपत का गांव राणा माजरा से लेकर हथवाला तक यमुना का 30 किलोमीटर का एरिया यूपी के जिला शामली व बागपत जिलों के 24 गांवों से लगता है। हर वर्ष सीमा रेखा को लेकर कही न कही दोनों प्रदेशों के किसानों के बीच झगड़ा होता रहता है।
हालांकि दीक्षित अवॉर्ड के तहत 1975 के आसपास दोनो प्रदेशों के किसानों के सीमा रेखा के विवाद के समाधान को लेकर पिल्लर लगाये गये थे पर वे पिल्लर बाढ़ एवं नदी के तेज बहाव में नष्ट हो गए। हरियाणा व यूपी की सरकारों ने गत वर्ष यमुना नदी में 60-70 फीट की गहराई तक कंक्रीट के पक्के पिलर लगाने का फैसला लिया। इन पिल्लरों को लगाने के लिये पीडब्ल्यूडी ने पिछले वर्ष अक्तूबर में 5 करोड़ का टेंडर जारी किया था, लेकिन उसको अप्रूवल के लिये पीडब्ल्यूडी मुख्यालय भेजा तो वहां रद्द हो गया। पीडब्ल्यूडी ने 9 माह पहले भी एक कंपनी को पिलर लगाने का टेंडर दिया गया था पर वह कंपनी पिल्लर लगा नहीं पाई। अब फिर पीडब्ल्यूडी यमुना में पिलर लगाने का 5 करोड़ का टेंडर दिया गया है और उसको अप्रूवल के लिये मुख्यालय भेजा जा रहा है।
पानीपत की सीमा में गांव राणा माजरा से लेकर हथवाला तक करीब 30 किमी के एरिया में यमुना में सीमा रेखा पर हरियाणा द्वारा करीब 5 करोड की लागत से 307 पिल्लर लगवाये जाएगे। जिनमें से 212 बडे पिल्लर करीब 60-70 फीट की गहराई पर और 5 रेफरेंस पिलर व 90 सब-रेफरेंस पिलर करीब 8 फीट की गहराई तक लगाये जाएगे। इतनी ही संख्या में पिलर यूपी सरकार द्वारा यमुना सीमा रेखा में लगाये जाएगे। हरियाणा द्वारा 1,3,5 व 7 आदि यानि ओड नंबरों के और यूपी द्वारा 2,4,6 व 8 आदि इवन नंबरों के पिलर लगवाये जाएंगे।
मंजूरी मिलते ही शुरू होगा पिल्लर लगाने का काम
एसडीओ शेलेंद्र भाटिया ने बताया कि यमुना नदी में हरियाणा-यूपी सीमा रेखा पर पानीपत जिला की सीमा में करीब 5 करोड की लागत से पिलर लगाने का टेंडर खुल चुका है और फाइनल अप्रूवल के लिये मुख्यालय भेजा जा रहा है। वहां से अप्रूवल मिलते ही पिलर लगाने का काम शुरू किया जाएगा।