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हिमाचल में बल्क ड्रग पार्क निर्माण की अवधि 2026 तक बढ़ाई

मोदी सरकार ने घटाई सुक्खू सरकार की टेंशन
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शिमला, 9 जुलाई (हप्र)

केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल प्रदेश के महत्वाकांक्षी बल्क ड्रग पार्क के निर्माण की अवधि एक साल के लिए बढ़ा दी है। इसी के साथ राज्य की सुक्खू सरकार को इस बल्क ड्रग पार्क के निर्माण को पूरा करने के लिए एक साल का अतिरिक्त समय मिल गया है और फिलहाल उसकी एक बहुत बड़ी टेंशन दूर हो गई है। केंद्र सरकार ने इस बल्क ड्रग पार्क का निर्माण वर्ष 2025 में पूरा करने की शर्त लगाई थी लेकिन प्रदेश की सुक्खू सरकार इसे निर्धारित समय के भीतर पूरा करने की स्थिति में नहीं थी। ऐसे में सरकार ने दो रोज पूर्व ही उद्योग विभाग के निदेशक राकेश प्रजापति के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली भेजी थी। इस टीम ने बल्क ड्रग पार्क के निर्माण की अवधि को एक साल और बढ़ाने की पैरवी की जिसे केंद्र सरकार ने तर्कसंगत पाया और अब इस बल्क ड्रग पार्क के निर्माण के लिए सुक्खू को सरकार को एक साल का और अतिरिक्त समय दे दिया है। यह बल्क ड्रग पार्क हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थापित होना है।

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जानकारी के अनुसार आज दिल्ली में केंद्रीय फार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव डा. अरुणीश चावला की अध्यक्षता में हुई योजना संचालन समिति की बैठक में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण की समीक्षा की गई। बैठक में उद्योग विभाग के निदेशक राकेश कुमार प्रजापति के साथ गई पांच सदस्यीय टीम ने योजना संचालन समिति के समक्ष राज्य का पक्ष रखा। समिति ने ड्रग पार्क की धीमी गति पर चिंता व्यक्त की। उद्योग विभाग के निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने समिति को वस्तु स्थिति से अवगत करवाया कि पिछले वर्ष 2023 में हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और उसके बाद होने वाले नुकसान के कारण आवश्यक औपचारिकताएं प्राप्त नहीं हो सकीं। इसके तहत वन विभाग द्वारा पार्क में पेड़ों की गणना का कार्य किया जाना था और पर्यावरणीय मंजूरी ली जानी थी। प्रदेश की टीम की ओर से बल्क ड्रग पार्क के निर्माण में होने वाली देरी की प्रस्तुति पर गहन विचार-विमर्श के बाद मार्च 2026 तक विस्तार देने पर सहमित हुई। इस टीम में राकेश प्रजापति के साथ अतिरिक्त निदेशक तिलकराज शर्मा, संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान, राज्य औद्याेगिक विकास निगम के राजेश मिन्हास, इवाई कंपनी के अधिकारी सुमित डोगरा भी मौजूद थे।

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