सुक्खू ने बुद्ध पूर्णिमा पर शांति और करुणा का संदेश दिया
शिमला, 12 मई (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को शिमला के संभोटा तिब्बती स्कूल में बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित समारोह में भाग लिया। उन्होंने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को आज के दौर में बेहद प्रासंगिक बताते हुए उन्हें जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बुद्ध का ‘अप्प दीपो भव’ मंत्र आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि करुणा, शांति और सहिष्णुता ही सच्चे धर्म के स्तंभ हैं। आज के समय में, जब भौतिकता मानसिक तनाव और असंतुलन को जन्म दे रही है, बुद्ध का मार्गदर्शन समाज को शांति और संतुलन प्रदान करता है। उन्होंने यह भी बताया कि बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण तीनों इसी दिन हुए, जिससे यह दिन और भी पावन बनता है। कार्यक्रम के दौरान सुक्खू ने शिमला नगर निगम में पार्षद रहते हुए स्कूल से जुड़ी अपनी यादें भी साझा कीं। उन्होंने बताया कि उनके कई मित्र इस स्कूल से पढ़े हैं और वे स्वयं भी यहां सर्दियों की छुट्टियों में क्रिकेट खेला करते थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर त्सेरिंग पलकत नेगी और पेमा दोरजे को ‘भारत-तिब्बत मैत्री अवार्ड’ से सम्मानित किया। कार्यक्रम में तिब्बत, किन्नौर और लाहौल-स्पिति की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आकर्षण का केंद्र रहीं।