शिमला, 12 मार्च (निस)
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मार्च माह में हो रही बर्फबारी के कारण ठंड फिर से लौट आई है। प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीती व किन्नौर, चम्बा, कुल्लू और शिमला जिलों की ऊंची चोटियों पर बीती रात से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। वहीं प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में अंधड़ के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। अंधड़ के कारण कई स्थानों पर बिजली भी गुल हुई। राजधानी शिमला में भी हल्की बारिश के साथ बर्फीली हवाओं का दौर दिन भर चलता रहा जिससे तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई।
शिमला में अधिकतम तापमान 6 डिग्री लुढ़ककर 14.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसके अलावा कल्पा में 11.1, धर्मशाला में 19.4, भुंतर में 18.8, सुंदरनगर में 23.3, ऊना में 27.4, नाहन में 25.3, सोलन में 25, कांगड़ा में 23.9, बिलासपुर में 26 और हमीरपुर में 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम तापमान की बात करें, तो केलंग -2.9 डिग्री के साथ सबसे ठंडा स्थल रहा। कल्पा में 1.4, मनाली में 5.4, कुफरी में 5.5, डलहौजी में 6.1, भुंतर में 7, सोलन में 8.4, शिमला में 8.6, मंडी व धर्मशाला में 9, पालमपुर में 9.7, चंबा में 9.9, हमीरपुर में 13.7 और बिलासपुर में 14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग ने पर्वतीय इलाकों में अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है। वहीं मैदानी व मध्यवर्ती इलाकों में 14 मार्च को अंधड़ व बिजली कड़कने का येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव आने से ऊंचे क्षेत्रों में कई स्थानों पर बर्फबारी तो हो रही है, लेकिन मैदानी भागों में नाममात्र ही बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि 14 मार्च को मैदानों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा राज्य के मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में 18 मार्च तक मौसम खराब रहेगा।