Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Video: हिमाचल में भोजनालयों में नेमप्लेट जरूरी, मंत्री विक्रमादित्य ने बताया क्यों लिया फैसला

विक्रेताओं की पहचान के लिए टाउन वेंडिंग कमेटियां बनाई जाएंगी
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

शिमला, 26 सितंबर (ट्रिन्यू/एएनआई)

Nameplates in restaurants: उत्तर प्रदेश के बाद अब हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी राज्य के सभी भोजनालयों, होटलों, ढाबों और खाने-पीने की रेहड़ियों पर मालिकों के नाम की नेम प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। इस निर्णय का उद्देश्य राज्य में आंतरिक सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करना है।

Advertisement

प्रदेश के उद्योग और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस आदेश की पुष्टि करते हुए कहा, "हाल ही में हिमाचल प्रदेश में कुछ घटनाओं के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है ताकि राज्य में शांति और सौहार्द्र का माहौल बना रहे। नगर पालिका द्वारा राज्य में समय-समय पर टाउन वेंडिंग कमेटियां बनाई जाएंगी ताकि विक्रेताओं की पहचान सुनिश्चित हो सके, चाहे वे हिमाचल के हों या अन्य राज्यों से रोजगार की तलाश में यहां आए हों।"

मंत्री ने यह भी कहा कि यह कदम राज्य की कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। "हमारी जिम्मेदारी है कि राज्य की सुरक्षा और स्वच्छता के मुद्दों पर नजर रखी जाए। विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने पर मुख्यमंत्री ने भी इसे गंभीरता से लिया और इसके लिए एक समिति गठित की है जिसमें सत्ता और विपक्ष के नेता शामिल हैं। हमारा उद्देश्य रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं के लिए एक दीर्घकालिक समाधान निकालना है।"

यह आदेश लागू होने के बाद, राज्य भर के भोजनालयों और रेहड़ियों पर मालिकों की नेम प्लेट लगाई जाएगी, जिससे उनकी पहचान आसानी से हो सकेगी और राज्य की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सकेगा।

प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस नियम का पालन सभी विक्रेताओं को करना होगा और इसमें किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Advertisement
×