Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

आपदा राहत एवं बचाव कार्यों का किया माॅक ड्रिल

रामपुर बुशहर, 4 अप्रैल (हप्र) आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर आज जनजातीय जिला किन्नौर के रामलीला मैदान पार्किंग परिसर रिकांगपिओ में एक मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, राज्य...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
कै : किन्नौर ज़िले के रिकांगपिओ में मेगा मॉक ड्रिल में बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास करते जवान।-हप्र
Advertisement

रामपुर बुशहर, 4 अप्रैल (हप्र)

आपदा जागरूकता दिवस के अवसर पर आज जनजातीय जिला किन्नौर के रामलीला मैदान पार्किंग परिसर रिकांगपिओ में एक मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग, पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त तत्वाधान में आपदा की स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास कर लोगों को जागरूक किया।

Advertisement

आयोजित मॉक ड्रिल में प्रातः 11 बजे भूकंप की स्थिति दर्शाई गई तथा उपायुक्त कार्यालय परिसर से निकासी मॉक ड्रिल की गई जिसमें उपायुक्त कार्यालय में फंसे हुए कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया तथा घायल व चोटिल लोगों को तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से उपचार के लिए रवाना किया गया। तहसीलदार कल्पा व कार्यकारी सहायक आयुक्त अभिषेक बरवाल की अगुवाई में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान कमांडेंट होमगार्ड सुरेश शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कविराज सहित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, होमगार्ड, पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

आपदा की स्थिति में तैयारी और तत्परता से कम होगी हानि : डीसी

नाहन (निस) : जिला कांगड़ा में 4 अप्रैल 1905 को आए भीषण भूकंप की 120वीं वर्षगांठ पर जिला सिरमौर में जगह-जगह आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि 1905 में कांगड़ा में आए भूकंप की याद में आपदा जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को आपदा के समय होने वाली जान-माल की हानि को कम करने के लिए जागरूक और भूकंप की स्थिति में तैयारी और तत्परता सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को भवन निर्माण की तकनीक और आपदा के दौरान किए जाने वाले कार्यों की जानकारी प्रदान की गई। ड्रिल के दौरान सुबह 11 बजे जिला सिरमौर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसके बाद तुरंत चेतावनी संयंत्र हूटर से चेतावनी जारी की गई।

Advertisement
×