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मिंजर मेला-2025 संस्कृति-संगम को मिलेगा नया आयाम

27 जुलाई से 3 अगस्त तक आयोजित होगा ऐतिहासिक उत्सव
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अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला व्यवस्था बैठक की अध्यक्षता करते विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया व संग उपस्थित सदर विधायक नीरज नैय्यर व अन्य। -निस
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एम.एम. डैनियल/निस

चंबा, 23 मई

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जिला चंबा की सांस्कृतिक धरोहर और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मिंजर मेला-2025 की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को बचत भवन, चंबा में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित हुई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह मेला केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि चंबा की सांस्कृतिक अस्मिता और सामाजिक एकता का प्रतीक है, जिसे पूरी गरिमा के साथ संपन्न किया जाना चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष ने मेला आयोजन को प्रशासन और आम जन के सहयोग से एक स्मरणीय सांस्कृतिक अनुभव बनाने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि मेले की प्राचीन परंपरा और मूल स्वरूप को सहेजते हुए इसकी आधुनिक प्रस्तुति सुनिश्चित की जाए।

उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बैठक में बताया कि मिंजर मेला इस वर्ष 27 जुलाई से 3 अगस्त तक चौगान नंबर-1 में आयोजित होगा, जबकि व्यापारिक गतिविधियां 15 दिन तक चलेंगी। आमंत्रण कार्ड का डिज़ाइन पद्मश्री विजय शर्मा द्वारा किया जाएगा। बैठक की शुरुआत में उपायुक्त ने विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित किया और भरोसा दिलाया कि प्रशासनिक सहयोग और जन सहभागिता से मिंजर मेला-2025 को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप भव्य और व्यवस्थित रूप में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक नीरज नैयर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, एडीएम अमित मेहरा, एसडीएम प्रियांशु खाती सहित लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत, शिक्षा, परिवहन, स्वास्थ्य, उद्यान, भाषा व बैंकिंग विभागों के अधिकारी और मेला कमेटियों के सदस्य उपस्थित रहे।

आठ सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन

मेले के दौरान कला केंद्र चौगान में आठ सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित होंगी, जिनमें से एक कार्यक्रम को रात 12 बजे तक चलने की अनुमति पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से प्राप्त हुई है, जबकि अन्य संध्याएं रात्रि 10 बजे तक संपन्न होंगी। प्रशासन ने सभी विभागों को आवश्यकतानुसार वीआईपी मूवमेंट व मेला प्रबंधन हेतु अपने वाहन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।

विभिन्न पहलुओं पर हुई चर्चा

बैठक में मेला आयोजन से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, वित्तीय व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, खेलकूद आयोजन, चौगान रखरखाव, पेयजल-बिजली आपूर्ति, स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाएं पर विस्तृत चर्चा हुई। इसके अलावा, मेला थीम निर्धारण और कला केंद्र एवं मंजरी गार्डन की मरम्मत को लेकर भी सुझाव लिए गए। मेला समितियों के संयोजकों और सदस्यों ने बैठक में कई बहुमूल्य सुझाव प्रस्तुत किए, जिन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीरता से सुना और उपयुक्त सुझावों को क्रियान्वयन में लाने का आश्वासन दिया।

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