हिमाचल के दो जिलों कांगड़ा और सिरमौर में फिर से आसमानी आफत का खतरा
शिमला, 13 जुलाई (हप्र)हिमाचल प्रदेश में मानसून लगातार सक्रिय बना हुआ है और राज्य के अधिकांश हिस्सों में मानसून की व्यापक से भारी वर्षा का दौर जारी है। बीते 24 घंटे के दौरान राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा हुई है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी दर्ज की गई।
इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर राज्य के दो जिलों कांगड़ा और सिरमौर में अलग-अलग स्थानों पर 14 जुलाई को भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 14 जुलाई को ही मंडी, शिमला और सोलन जिलों के लिए भी भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के भारी से बहुत भारी वर्षा के ऑरेंज अलर्ट से इन दोनों ही जिलों के लोग फिर से किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं।
मौसम विभाग ने 15 जुलाई को राज्य के 6 जिलों चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार 16 जुलाई को प्रदेश में मानसून अपनी अधिकतम गति पर होगा। विभाग ने 16 जुलाई को राज्य के 10 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। 17 जुलाई को विभाग ने राज्य के पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण अभी भी 1 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 197 में सड़कें बंद है। इसके अलावा बिजली के 73 ट्रांसफार्मर और 787 पेयजल योजनाएं भी ठप्प है। सर्वाधिक 153 सड़कें मंडी जिला में बंद हैं।
हिमाचल प्रदेश में मौनसून से जुड़ी घटनाओं में अभी तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 34 लोग लापता हैं। मौनसून की भारी बरसात में प्रदेश में 293 पक्के मकान और 91 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। राज्य में प्राकृतिक आपदाओं से अभी तक 800 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका का जा चुका है।