रामपुर बुशहर, 17 अप्रैल (निस)
नाथपा-झाकड़ी जल विद्युत परियोजना (1500 मेगावाट) की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की झाकड़ी बटालियन के जवानों ने आज रामपुर बुशहर के खनेरी स्थित महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर (एमजीएमएससी) अस्पताल के डाक्टरों, नर्सिंग स्टाफ एवं नर्सिंग इंस्टीट्यूट के प्रशिक्षुओं को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा सप्ताह के अंतर्गत अग्नि सुरक्षा को लेकर जरूरी जानकारी प्रदान कर उन्हें अग्नि सुरक्षा को लेकर जागरूक किया। इस दौरान सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह अपनी पूरी टीम के साथ उपस्थित रहे तथा अस्पताल में स्थापित अग्निशमन उपकरणों की उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी पावर पॉइंट द्वारा प्रदान की।
इस दौरान इन उपकरणों के संचालन विधि भी बताई गई। उनका कहना था कि अस्पताल में पर्याप्त अग्निशमन उपकरण लगाए गए है परंतु कार्यरत स्टाफ को उनकी जानकारी जरूरी है। अगर सभी कर्मचारी अग्निसुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे तो किसी भी अग्नि दुर्घटना से उसकी प्राथमिक अवस्था में ही निपटा जा सकता है और जानमाल की बड़ी हानि को रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर अग्नि दुर्घटनाओं में आग द्वारा जलने से उतनी मौतें नही होती जितनी धुएं के कारण दम घुटने से होती हैं। इसलिए आग लगने की स्थिति में बिल्डिंग के सभी दरवाजे खिड़कियां खोल कर बिना भगदड़ मचाये सुरक्षित स्थान पर इकठ्ठा हो जाएं और फायर बिग्रेड को कॉल करें। उन्होंने अच्छी इलेक्ट्रिक फिटिंग और सुदृढ़ गृह व्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि वर्ष 2011 में कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल में हुई भीषण आग दुर्घटना सहित देश के अन्य अस्पतालों में भी आग की घटनाएं जानकारी में आती रहती हैं जिनमें आग लगने का मुख्य कारण इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट एवं लापरवाही से रखे हुए ज्वलनशील पदार्थों का भंडारण रहा है। खनेरी अस्पताल के डॉक्टर पदम शर्मा ने सीआइएसएफ के जवानों द्वारा दी गई इस ट्रेनिंग को बहुत उपयोगी बताया और इसके लिए जवानों का आभार जताया।
जागरूकता कार्यक्रम में डॉ. सुनील कुमार, फार्मेसी ऑफिसर अमित वर्मा, मुनि जंगमो वार्डन/ट्यूटर सिस्टर, हेड कांस्टेबल राजेश, कांस्टेबल अनस एवं अस्पताल के अन्य स्टाफ तथा इंस्टीट्यूट के प्रशिक्षु उपस्थित रहे।