Yoga Mahakumbh कुरुक्षेत्र होगा विश्व की योग राजधानी : नायब सैनी
विनोद जिंदल/हमारे प्रतिनिधि
कुरुक्षेत्र, 8 जून
धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र जो पौराणिक कथाओं और इतिहास की धरोहर के रूप में विख्यात है, अब योग की महिमा से भी जगमगाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐलान किया है कि इस वर्ष 21 जून को यहाँ आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह मात्र एक आयोजन नहीं, बल्कि योग के एक महाकुंभ के रूप में इतिहास रचेगा। ब्रह्मसरोवर और मेला ग्राउंड में एक साथ एक लाख से अधिक योग साधक जुटेंगे, जबकि पूरे हरियाणा के लगभग दस लाख लोग अपने-अपने घरों और स्थानों पर योग के माध्यम से स्वस्थ और नशा मुक्त जीवन के संकल्प को साकार करेंगे।
कुरुक्षेत्र की पावन धरती पर योग का महासंगम
इस बार का योग दिवस आयोजन पूरी तैयारी के साथ हो रहा है। जिला प्रशासन ने ब्रह्मसरोवर और मेला ग्राउंड को 103 सेक्टरों में विभाजित किया है, जिससे हर सेक्टर में लगभग 1000 योग साधकों के लिए व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सेक्टर की देखरेख के लिए जिला प्रशासन, पतंजलि योगपीठ और योग आयोग के प्रतिनिधि तैनात रहेंगे, ताकि कार्यक्रम में व्यवस्थितता और अनुशासन बना रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस आयोजन को सिर्फ योग दिवस नहीं, बल्कि हरियाणा के लोगों के लिए एक पर्व के रूप में मनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "जैसे हम दीपावली, होली और भाई दूज जैसे त्योहार मनाते हैं, उसी प्रकार इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को भी मनाना चाहिए। यह आयोजन हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनेगा।" उनका मानना है कि योग से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति भी संभव होती है।
योग के माध्यम से नशा मुक्त हरियाणा का संकल्प
सीएम ने विशेष रूप से युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने के लिए योग को सबसे प्रभावी उपाय बताया। उन्होंने कहा, "बीमारियों का इलाज केवल दवाओं से नहीं होता, कई बार योग जैसी प्राचीन पद्धतियाँ ही असाध्य रोगों को भी दूर कर सकती हैं। हमारी युवा पीढ़ी को नशे की बुरी आदतों से बचाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।" उन्होंने हर नागरिक से अपील की कि 21 जून की सुबह 4 बजे ब्रह्मसरोवर पहुंचकर इस योग महायज्ञ में भाग लें और अपने जीवन में योग, प्राणायाम और ध्यान को नियमित रूप से अपनाने का संकल्प लें।
पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य का अनूठा संगम
योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य ने बताया कि इस बार के आयोजन में लगभग 10 लाख योग साधक केवल योगाभ्यास तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे औषधीय गुणवत्ता वाले पौधों का भी रोपण करेंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेगा। यह पहल कुरुक्षेत्र को न केवल योग की भूमि के रूप में बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी मिसाल बनाएगी।
प्रशासन और समाज का संयुक्त प्रयास
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, योग आयोग, पतंजलि योगपीठ, सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं मिलकर कार्य कर रही हैं। पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि यह कार्यक्रम कुरुक्षेत्र के लिए गर्व की बात है और इसे पूरे विश्व में प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने नगर में एक मेडिटेशन सेंटर खोलने की भी मांग की है।
उपायुक्त नेहा सिंह ने बताया कि कार्यक्रम स्थल की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के साथ बैठक कर उन्हें कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी के लिए जोड़ा गया है। जलपान, पार्किंग, सुरक्षा और प्रचार जैसी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
सीएम का संकल्प: योग से नशा मुक्त हरियाणा
कार्यक्रम में मौजूद सभी संस्थाओं और नागरिकों से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में नियमित योग और प्राणायाम अपनाएंगे, नशे से दूर रहेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। उनका संदेश है, "हरियाणा को बनाना है योग युक्त और नशा मुक्त प्रदेश।" इस अभियान में हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है ताकि प्रदेश का स्वस्थ और सकारात्मक विकास सुनिश्चित हो सके।