अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 12 जून
बीते करीब दो माह से पड़ रही प्रचंड गर्मी से वैसे तो सभी बेहाल हैं, लेकिन इससे सबसे ज्यादा दिक्कत आंगनवाड़ी सेंटरों व प्ले स्कूलों में आने वाले बच्चों को झेलनी पड़ रही हैं। सैकड़ों सेंटरों व प्ले स्कूलों में बिजली नहीं है, वहीं इनमें लगे सोलर सिस्टम वर्षों से ठप पड़े हैं। ऐसे में चालीस पार पारे में इनमें बचपन तप रहा है। आंगनवाड़ी वर्कर्स ने स्कूलों की तरह यहां भी ग्रीष्मकालीन अवकाश करने की सरकार से मांग की है।
जिले में 1281 के करीब आंगनवाड़ी सेंटर व प्ले स्कूल हैं। इनमें एक लाख से ऊपर बच्चे आते हैं। जानकारी के अनुसार सैकड़ों के करीब सेंटरों में बिजली नहीं है। कुछ साल पहले इनमें सरकार ने सोलर सिस्टम लगाया था। जानकारी के अनुसार ज्यादातर में यह सालों से ठप पड़ा है। पड़ रही प्रचंड गर्मी में बिना बिजली के इन सेंटरों में बच्चों का बुरा हाल हो रहा है। नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीण इलाके की कुछ आंगनवाड़ी वर्कर्स का कहना था कि प्रचंड गर्मी में बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। उनका कहना है कि जब स्कूलों की छुट्टियां हो सकती हैं तो यहां क्यों नहीं।
कार्यक्रम अधिकारी बोली
आईसीडीएस की कार्यक्रम अधिकारी बलजीत कौर का कहना है कि उनके विभाग में ग्रीष्मकालीन अवकाश का अभी तक कोई नियम नहीं है। यदि सरकार से आदेश आते हैं तो इनका पालन जरूर किया जाएगा। बलजीत का कहना है कि जिले में 553 केंद्रों में सोलर सिस्टम लगा हुआ है। उनकी जानकारी में 341 में यह चल रहा है। कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि सेंटरों में बिजली की आपूर्ति को लेकर सरकार को लिखा जाएगा।