शाहाबाद मारकंडा, 20 जून (निस)
सिंघू बॉर्डर पर 20 जून को भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) की अहम बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए आगामी रणनीति तैयार की गई।
यह जानकारी भाकियू चढ़ूनी के प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश अनुसार 26 जून को किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर हरियाणा के किसान राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम रोष पत्र सौंपेंगे।
26 जून को सुबह 10 बजे किसान पंचकूला स्थित गुरुद्वारा नाढा साहिब में इकट्ठे होकर राजभवन तक रोष मार्च निकालेंगे और राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम रोष पत्र सौंपेंगे।
26 जून को ही राज्यपाल को रोष पत्र सौंपने के बाद हरियाणा में किसानों की ट्यूबवैल कनेक्शन सबंधित समस्याओं को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी के नेतृत्व में बिजली मुख्यालय का घेराव करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि मजबूत संगठन के बिना कोई भी आंदोलन नहीं लड़ा जा सकता। संगठन विस्तार के दौरान कांता आलड़िया को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा संगठन में ब्लॉक व जिला स्तर पर भी नियुक्तियां की गई।
किसानों ने जताया रोष, काले कानून वापस ले सरकार
इन्द्री (निस) : भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने बैठक करके भाजपा, केन्द्र व प्रदेश सरकार पर हठधर्मिता व तानाशाही के आरोप लगाते हुए रोष जताया। भाकियू के खंड प्रधान मंजीत लाल्लर ने कहा कि चुनावों से पहले स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का वादा करने वाली भाजपा सत्ता में आने के बाद रिपार्ट लागू करने की बजाय पूंजीपतियों के हित साधने के लिए तीन काले कानून बनाकर अपना असली चेहरा दिखा चुकी है। इससे भी आगे किसानों की मांगों की लगातार अनसुनी की जा रही है। छह महीने से अधिक समय से किसान सड़क पर आंदोलनरत हैं। लेकिन घमंड से भरी सरकार न तो किसानों के साथ बात कर रही है और न ही कानून वापिस ले रही है। मंजीत लाल्लर ने बताया कि रविवार को दरड़ के पास सरकार के मंत्री व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने आना था, जिसका विरोध करने का भाकियू ने ऐलान कर दिया था। इसलिए मंत्री व भाजपा नेता वहां नहीं पहुचे।
‘प्रधानमंत्री हठ छोड़कर कृषि कानूनों को रद्द करें’
कुरुक्षेत्र (हप्र) : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बॉर्डर पर बैठे किसानों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर रहे राम सिंह राणा का धर्मनगरी पहुंचने पर गुरुद्वारा छठी पातशाही में हरियाणा सिख परिवार, एसजीपीसी व शिरोमणि अकाली दल ने भव्य स्वागत किया। हरियाणा सिख परिवार के प्रदेशाध्यक्ष कवलजीत सिंह अजराना, अकाल उसतत चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन ज्ञानी तेजपाल सिंह व गुरुद्वारा बैकुंठ धाम के चेयरमैन लखविंद्र सिंह ने राम सिंह राणा को शील्ड व सिरोपा देकर सम्मानित किया। कवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हठ छोड़ देना चाहिए और राजधर्म का पालन करते हुए कानूनों को तुरंत प्रभाव से रद्द कर देना चाहिए। इस अवसर पर अकाल उस्तत चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन ज्ञानी तेजपाल सिंह, गुरुद्वारा बैकुंठ धाम के चेयरमैन लखविंद्र सिंह, शिरोमणि अकाली दल की प्रदेशाध्यक्ष बीबी रविंद्र कौर, जिला प्रधान तजिंद्र सिंह मक्कड़, हरविंद्र सिंह चीमा, मैनेजर अमरेंद्र सिंह, हैड ग्रंथी भाई गुरदास सिंह, प्रचारक भाई गुरपाल सिंह, अनुराधा भार्गव करनाल मौजूद रहे।

धरना स्थल पर 24 को मनाएंगे कबीर जयंती
कैथल (हप्र) : किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति द्वारा रिलायंस पैट्रोल पंप जींद रोड कैथल पर दिया जा रहा धरना 180वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता किसान नेता चंदा देवी तितरम ने की। उपस्थित किसानों व मजदूरों को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिला प्रधान महेन्द्र सिंह ने बताया कि संयुक्त मोर्चा की जो भी कॉल आएगी हम उसे हर हाल में लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि सम्बन्धी तीनों काले कानून वापस नहीं होते व एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर 24 जून को सन्त कबीर जयंती धरना स्थल पर मनाई जाएगी व 26 जून को कैथल जिला से सैकड़ों किसान चंडीगढ़ जाकर राज्यपाल को अपनी मांगों का ज्ञापन देंगे। आज धरने को किसान नेता अजमेर सिंह, बलजीत सिंह चंदाना केहर सिंह तितरम ने भी संम्बोधित किया। आज के धरने में गांव तितरम, प्योदा, चंदाना, जाखोली, हरसौला, कैलरम, किठाना, खेड़ी शेरू, सौंगल, खुराना व सेगा के महिला व पुरुष किसान शामिल रहे।