चरखी दादरी, 16 अप्रैल (हप्र)
कनीना में भीषण स्कूल बस हादसे के बाद प्रशासन व सरकार पूरी तरह से बदलाव के मूड में नजर आ रहे हैं। नियमों को दरकिनार कर विद्यार्थियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है और वाहनों के चालान करने व जब्त करने की कार्रवाई लगातार जारी है। वहीं अधिकारियों द्वारा निजी स्कूल संचालकों के साथ बैठकें कर सभी मानकों पर खरा उतरने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। लेकिन निजी स्कूल संचालक इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद सबक लेने की बजाय प्रशासन के साथ आंख मिचौली खेल रहे हैं। हालांकि प्रशासन किसी प्रकार की ढिलाई देने को तैयार नहीं है जिसके चलते भविष्य में इन पर कार्रवाई निश्चित है। जांच टीमें स्कूलों में पहुंची तो कहीं स्कूलों का अवकाश मिला तो कहीं बसें ही नदारद मिलीं। हालांकि प्रशासनिक टीमों द्वारा रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई।
बता दें कि स्कूल बस हादसे के बाद उपायुक्त मनदीप कौर ने संबंधित अधिकारियों को जिले के सभी 156 निजी स्कूलों के वाहनों व उनके चालकों की जांच के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में दादरी के एसडीएम नवीन कुमार, बाढड़ा के एसडीएम सुरेश दलाल सहित शिक्षा अधिकारियों की टीमों द्वारा चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान कई स्कूलों में अवकाश मिला और कुछ स्कूलों से बसें भी
गायब मिलीं।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन की टीमों द्वारा 12 से 15 अप्रैल तक 348 वाहनों को चेक किया गया जिनमें से 102 वाहनों के चालान किए गए हैं जबकि 18 वाहनों को इंपाउंड किया गया है। टीमों द्वारा 6,14,500 रुपये का जुर्माना किया जा चुका है।