भिवानी, 14 जुलाई (हप्र)
प्रदेश सरकार द्वारा नगर परिषद और नगर पालिका के प्रधानों को झटका देते हुए उनकी ड्राइंग एंड डिस्बर्समेंट (डीडी) पावर खत्म करने पर परिषद एवं पालिका प्रधानों ने नाराजगी जाहिर की है। प्रदेश सरकार के इस फैसले से पूर्व मंत्री एवं विधायक किरण चौधरी के समर्थक कांग्रेस पार्षदों में काफी रोष है तथा वे इसे भाजपा सरकार का लोकतंत्र पर एक और हमला बता रहे हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा नगर परिषद और नगर पालिका के प्रधानों की ड्राइंग एंड डिस्बर्समेंट (डीडी) पावर खत्म किए जाने के फैसले का कांग्रेस पार्षदों ने शुक्रवार को विरोध जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। इस मौके पर नगर परिषद के पूर्व वरिष्ठ उपप्रधान एवं पार्षद प्रदीप कौशिक ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार जनविरोधी फैसले ले रही है। पहले जहां सरपंचों की शक्तियां छीनने का काम किया, जिसके कारण ग्रामीण विकास में अड़चन पैदा हुई है। उसके बाद अब एक बार फिर उसी राह पर चलते हुए भाजपा सरकार ने नगर परिषद व नगर पालिकाओं के प्रधानों से आर्थिक शक्तियां छीन ली, जिसका निश्चित तौर पर शहरी क्षेत्र के विकास पर व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनप्रतिनिधियों को चोर समझ रही है, जोकि सरकार की छोटी मानसिकता को प्रदर्शित करता है। कौशिक ने कहा कि पहले शहर में छोटे-मोटे विकास कार्य करवाने की शक्तियां नगर परिषद व नगर पालिकाओं के हाथाें में होती थी, लेकिन सरकार ने डीडी पावर खत्म कर प्रधानों से यह शक्तियां छीनकर शहर को विकास कार्यों से वंचित कर दिया है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्षदों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही अपने इस फैसले को वापस नहीं लिया तो पार्षद सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इस मौके पर पार्षद जयवीर सिंह रंगा, पार्षद प्रतिनिधि मदन तंवर, पार्षद अनिल मास्टर, पार्षद मदनलाल, पार्षद अंकुर कौशिक, अरुण कुमार बीडीसी सहित कांग्रेस नेता कल्लू भट्ट, रविंद्र खरे, अशोक ढ़ोला, अशोक शर्मा, धानक समाज युवा प्रदेशाध्यक्ष अतुल नागर, खटीक समाज प्रधान समीर खटीक भी मौजूद रहे।