गेहूं आवक औंधे मुंह गिरी, खाली नजर आ रही मंडियां
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 4 मई
जिले में गेहूं की आवक औंधे मुंह गिर चुकी है। अब इक्का-दुक्का ट्राॅली में गेहूं की आवक को देखकर अंदाज लग रहा है कि गेहूं सीजन समाप्ति की ओर है, लेकिन मंडियां खाली पड़ी हैं। सरकारी खरीद भी अधिकारिक रूप से 15 मई तक ही होती है। बीते रोज क्षेत्र की सबसे बड़ी अम्बाला शहर की अनाज मंडी में मात्र 78 क्विंटल गेहूं ही पहुंचा, जबकि गत वर्ष यह आवक 1,620 क्विंटल रही थी। इसी प्रकार अम्बाला छावनी में 625 क्विंटल, बराड़ा में 1,222 क्विंटल, मुलाना में 5,104 क्विंटल, नन्यौला में शून्य, नारायणगढ़ में 1,422 तथा शहजादपुर में 451 क्विंटल आवक दर्ज की गई। बीती शाम तक यानी 3 मई तक जिले की सभी डियों और खरीद केंद्रों में कुल 25,57,769 क्विंटल गेहूं की आवक दर्ज की गई थी जो गत वर्ष 24,01,614 क्विंटल के मुकाबले 1,56,155 क्विंटल अधिक रही। कुल आवक और खरीद में से 24,06,172 क्विंटल गेहूं लिफ्टिंग हो चुकी है, जबकि 8,452 क्विंटल अनसोल्ड की श्रेणी में है।
जिले की मंडियों में अब तक 52,324 किसान गेहूं लेकर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा इन मंडियों में एजेंसियों द्वारा गत दिवस तक 95 प्रतिशत के साथ 24,06,140 क्विंटल गेहूं के उठान कार्य को पूरा कर लिया है। 15 मंडियों व खरीद केंद्रों पर सरकारी व अन्य एजेंसियों द्वारा अब तक 25,53,470 क्विंटल गेहूं को खरीद लिया है। 3 मई तक अम्बाला छावनी से 15,732 एमटी, अम्बाला शहर से 58,736 एमटी, नन्यौला मंडी से 8086 एमटी, मुलाना मंडी से 26,911 एमटी, साहा मंडी से 24,655 एमटी, बराड़ा मंडी से 28,612 एमटी गेहूं खरीदा जा चुका है। इसी प्रकार केसरी मंडी से 2982 एमटी, सरधेेड़ी मंडी से 5646 एमटी, उगाला मंडी से 2925 एमटी, तलहेड़ी मंडी से 11985 एमटी, शहजादपुर मंडी से 16881 एमटी, कड़ासन मंडी से 9359 एमटी, नारायणगढ़ मंडी से 33693 एमटी, बेरखेड़ी मंडी 4600 एमटी व भरेड़ीकलां से 4545 एमटी धान की खरीद का कार्य किया गया।
अव्यवस्थाओं को भुल गए किसान और श्रमिक
गेहूं खरीद होने के बाद किसानों को अपनी उपज का और श्रमिकों को उनकी मेहनत का पैसा सीधे उनके खातों में मिलने से दोनों वर्ग प्रसन्न हैं। वे सीजन के दौरान मिली सभी अव्यवस्थाओं को भी भूल चुके हैं। उनका कहना है कि यह तो हर सीजन में होता है। पहले श्रमिकों को अपना मेहनताना मिलने में काफी लंबा इंतजार करना पड़ता था लेकिन आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेया संरक्षक और जिला प्रधान दूनी चंद दानीपुर द्वारा सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाए जाने से श्रमिकों को किसानों के साथ भुगतान मिलना शुरू हुआ। आढ़तियों को उनकी कमीशन सरकारी खरीद बंद होने के बाद मिलेगी।
जिले की मंडियों में आवक अब कम होती जा रही है। सरकारी खरीद का काम सरकार द्वारा निर्धारित शेड्यूल के अनुसार जारी रहेगा। मंडियों से 85 प्रतिशत गेहूं का उठान करवाया जा चुका है, शेष भी जल्द हो जाएगा। भुगतान को लेकर किसानों की कोई शिकायत नहीं है।
-अजय सिंह तोमर, डीसी अम्बाला।