Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Water Crisis Row : हरियाणा में जल संकट से निपटने के लिए राशनिंग शुरू, जिलों में तैनात अधिकारियों को हेडक्वार्टर नहीं छोड़ने के आदेश

चंडीगढ़ में पब्लिक हेल्थ की बैठक, सर्कल वाइज बनाई प्लानिंग
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 1 मई।

Advertisement

Water Crisis Row : पंजाब की तरफ से हरियाणा को मिलने वाले पानी को भाखड़ा डैम से रोके जाने पर प्रदेश में गहरा रहे पानी की किल्लत को देखते हुए हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की बैठक ली है। उन्होंने प्रदेश में पानी की स्थिति को लेकर सर्कल वाइज चर्चा की। गंगवा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हरियाणा के सभी जिलों में तैनात एसई, एक्सईन, एसडीओ, जेई किसी भी हालत में हेडक्वार्टर ना छोड़े।

गंगवा ने यह भी निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे कहीं पर भी सप्लाई से जुड़ा कार्य प्रभावित ना हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है जिन क्षेत्र में पानी का किल्लत हुई है, उन एरिया में आसपास की नहरों से पानी को लिफ्ट करके आपूर्ति पूरी करे। वे स्वयं हर सप्ताह इसकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मॉनिटरिंग भी करेंगे। बैठक के दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ कैबिनेट मंत्री गंगवा ने सर्कल के हिसाब से जिलावार चर्चा की।

अधिकारियों ने बताया कि हिसार, सिरसा, महेंद्रगढ़, नारनौल और फतेहाबाद में दिक्कत ज्यादा है। इस किल्लत से निपटने के लिए कारगर कदम उठाए हैं। बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री गंगवा को बताया गया कि जिन जिलों में पानी कमी की परेशानी सामने आई है। उनमें पेयजल की राशनिंग की जा रही है। यानि अगर किसी इलाके में एक दिन छोड़ कर पानी जाता था, तो वहां पेयजल सप्लाई के समय में कमीं की गई है।

कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायतों के जरिए जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि लोग पानी का इस्तेमाल सोच समझ कर करे। जब तक पानी का संकट हैं, इससे बचने के लिए प्लानिंग के हिसाब से ही इसका इस्तेमाल करें। गंगवा ने कहा कि पंजाब की तरफ से पानी में की गई कटौती के मामले को स्वयं नायब सैनी मॉनिटर कर रहे हैं। समाधान के प्रयास जारी हैं।

उन्होंने कहा कि जल्द इस समस्या का हल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11567 ट्यूबवेल हैं, जिनके जरिये आमजन को पेयजल की सप्लाई की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं, नहरों में उपलब्ध पानी की लिफ्टिंग टैंकरों के जरिए करवाकर इसे टैंक में डलवाया जा रहा है ताकि पेयजल सप्लाई सुनिश्चित किया जा सके। पिछले तीन हफ्तों में हरियाणा को महज 4,000 क्यूसिक पानी मिला। इसमें से एक हजार क्यूसिक नई दिल्ली और 400 क्यूसिक पंजाब को भेजा गया।

पंजाब बड़ा भाई, हमें हमारा हक दें

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है, छोटे भाई का पानी रोकना गलत बात है। पानी राजनीति का विषय नहीं है। लेकिन केवल पॉलिटिकल स्टंट करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा ऐसा किया जाना गलत है। हम पंजाब का हक नहीं मांग रहे हैं, हमें हमारा हक चाहिए। बैठक के दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के इंजीनियरिंग इन चीफ आशीम खन्ना, देवेंद्र दहिया, चीफ इंजीनियर टीआर पंवार, राजेंद्र सिंह, प्रदीप पुनिया मौजूद थे।

Advertisement
×