दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 जून हरियाणा के राज्यसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग का पेन विधानसभा पहुंच चुका है। यह पेन निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र सिंह नांदल के कंट्रोल में है। शुक्रवार को मतदान के दिन पेन को ताले से बाहर निकाला जाएगा। इस दौरान केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक व मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) राजेश अग्रवाल व हरियाणा के सीईओ अनुराग अग्रवाल विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। दोनों अधिकारियों की निगरानी में यह चुनाव संपन्न करवाया जाएगा। 2016 में हुए स्याही कांड से सबक लेते हुए इस बार आयोग ने पेन भेजा है। बैंगनी रंग के इसी पेन से वोट डाले जाएंगे। इतना ही नहीं, आयोग ने विधानसभा के एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई है, जिनके पास यह पेन रहेगा। वोट डालने वाले विधायकों को यह पेन संबंधित अधिकारी देंगे और इसके बाद उन्हें ही यह पेन विधायकों द्वारा वापस लौटाया जाएगा। इससे पेन बदलने की कोई आशंका नहीं रहेगी। चुनाव के लिए सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सभी 90 विधायक इन चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। वहीं, प्रदेश के तीनों प्रमुख दलों ने अपने चुनाव एजेंट नियुक्त कर दिए हैं। इनके नाम निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र सिंह नांदल के पास भेजे गए हैं। सत्ताधारी भाजपा ने शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर तथा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता को अपना चुनाव एजेंट बनाया है। भाजपा की गठबंधन सहयोगी जजपा ने पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला और वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ़ केसी बांगड़ को चुनाव एजेंट की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस ने पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल और वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला को चुनाव एजेंट नियुक्त किया है। तीनों ही पार्टियों के ये चुनाव एजेंट मतदान केंद्र में मौजूद रहेंगे। चुनाव एजेंट के लिए अलग-अलग कैबिन बनाए गए हैं।
बैलेट पेपर भी पहुंचे विधानसभा विधानसभा में बैलेट पेपर भी पहुंच चुके हैं। बैलेट पेपर पर तीनों प्रत्याशियों के फोटो व नाम हैं। पहले नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन का फोटो व नाम है। दूसरे नंबर पर भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार का फोटो व नाम है। वहीं तीसरे नंबर पर जजपा के समर्थन से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे कार्तिकेय शर्मा का नाम व फोटो है।
बतानी होगी वरीयता विधायकों को वोटिंग करते हुए बैलेट पेपर पर अपनी वरीयता के अंक लिखने होंगे। यानी उन्हें अपनी पहली पसंद के सामने एक अंक लिखना होगा। अपनी पसंद अंकों या रोमन लिपि में बतानी होगी, अगर इसे अक्षरों में लिखा गया तो वोट मान्य नहीं होगा। दूसरी और तीसरी वरीयता भी अगर बताई गई तो वोट रद्द हो जाएगा। इसी तरह से विधायकों को पार्टी के अधिकृत चुनाव एजेंट को अपना वोट दिखाना होगा। वोट नहीं दिखाने पर उसे रद्द माना जाएगा। चुनाव एजेंट के अलावा किसी अन्य को अगर वोट दिखाया गया तो उसे भी रद्द कर दिया जाएगा। बैलेट पेपर को अगर खाली छोड़ा, हस्ताक्षर किए या फिर अंगूठा लगाया तो भी उसे रद्द समझा जाएगा।
यह रहेगी टाइम लाइन विधानसभा सचिवालय में बनाए मतदान केंद्र में सुबह नौ बजे से मतदान शुरू होगा और शाम को 4 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे। वोटिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस बात चुनाव आयोग को सूचित किया जाएगा। चुनाव आयोग की परमिशन के बाद ही छंटनी और गिनती शुरू होगी। गिनती का समय शाम को पांच बजे है। आयोग की मंजूरी के बाद ही गिनती शुरू होगी। गिनती पूरी होने के बाद आयोग को फिर से चिट्ठी लिखकर बताया जाएगा कि किस उम्मीदवार को कितने वोट मिले। इसके बाद आयोग जब मंजूरी देगा तो रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
वीडियोग्राफी में होगी पूरी प्रक्रिया राज्यसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। विधायकों को अपना खुद का पेन, मोबाइल फोन, हाथ का कड़ा, कैमरा या रिकार्डिंग करने वाला कोई भी उपकरण अंदर लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी। इस तरह का सामान अगर विधायक लेकर भी आते हैं तो उन्हें मतदान केंद्र से बाहर ही उसे रखवाना होगा।
निर्दलीय विधायक करेंगे गुप्त मतदान प्रदेश में निर्दलीय विधायकों की संख्या 7 है। ये सभी विधायक गुप्त वोटिंग करेंगे। उन्हें अपना वोट किसी को दिखाने की जरूरत नहीं है। अलबत्ता दिखाने पर वोट रद्द हो जाएगा। इनेलो व हलोपा ने अभी तक अपने चुनाव एजेंट नहीं बनाए हैं। अगर ये पार्टियां चुनाव एजेंड नहीं बनाती तो उन्हें भी गुप्त वोटिंग के अधिकार होंगे।
सभी तैयारियां पूरी निर्वाचन अधिकारी राजेंद्र सिंह नांदल ने कहा कि राज्यसभा चुनावों के लिए सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। भाजपा, जजपा व कांग्रेस की ओर से चुनाव एजेंड के नाम भेजे जा चुके हैं। चुनाव एजेंट को बैठाने के लिए अगल से केबिने बनवाए गए हैं। निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ चुनाव को सम्पन्न करवाया जाएगा। केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक राजीव अग्रवाल व हरियाणा के सीईओ अनुराग अग्रवाल की मौजूदगी में चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी।