आपदा प्रबंधन के लिए हरियाणा में चलेगा वालिएंटर पंजीकरण अभियान, शुरूआत 10 जिलों से
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 14 मई
Haryana Disaster Management: आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज हरियाणा में सिविल डिफेंस प्रणाली के व्यापक सुधार की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और समन्वित रिस्पॉन्स सुनिश्चित करना है। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा का कहना है कि शुरुआत में जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स पंजीकरण शिविर शुरू किए हैं।
पहले चरण में 10 जिलों में यह अभ्यास अभियान चलाए जा रहे हैं। जल्द ही सभी जिलों में इसका व्यापक रूप से किया जाएगा। इन वॉलंटियर्स को जैकेट और वर्दी प्रदान की जाएगी ताकि आपात स्थिति में उनकी पहचान आसान हो सके।
उन्होंने बताया कि राज्य में मौजूदा आपदा प्रबंधन योजनाओं को अपडेट किया जा रहा है। इसमें महत्वपूर्ण सार्वजनिक अवसंरचनाओं जैसे स्कूल, अस्पताल, उद्योग, जल प्रणालियां और अन्य महत्वपूर्ण संरचनाओं की संवेदनशीलता का मानचित्रण (वल्नरेबिलिटी मैपिंग) शामिल है।
उन्होंने कहा कि कोई भी उच्च जोखिम वाला क्षेत्र बिना मैपिंग के नहीं छोड़ा जाएगा। डॉ. मिश्रा ने बताया कि सभी नए सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को भारत सरकार द्वारा जारी आधिकारिक राष्ट्रीय मॉड्यूल के आधार पर अनिवार्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए, 30 प्रशिक्षित होमगार्ड वॉलंटियर्स की एक टुकड़ी को जिला स्तर पर स्टैंडबाय के रूप में रखा जाएगा। पहली बार पशुधन निकासी (लाइवस्टॉक इवैक्युएशन) को आपदा अभ्यास का औपचारिक हिस्सा बनाया गया है।
सामुदायिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पशु देखभाल में अनुभवी सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को शामिल किया जाएगा।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि हरियाणा एक प्रशिक्षित, सुसज्जित और सतर्क नागरिक सुरक्षा बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण योजना के तहत, 2300 वॉलंटियर्स को पहले से ही नौ जिलों - अंबाला, पंचकूला, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, नूंह, गुरुग्राम, सोनीपत और यमुनानगर में ‘आपदा मित्र' के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।