चंडीगढ़, 13 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा की शिक्षा नीति की देशभर के कई राज्यों में सराहना हो रही है। अब अन्य राज्यों के शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि इस नीति को गहराई से समझने के लिए हरियाणा का दौरा कर रहे हैं और इसे अपने राज्य में लागू करने की योजना भी बना रहे हैं। गुर्जर ने यह बात उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के साथ सोमवार को हरियाणा निवास में संयुक्त प्रेस वार्ता में कही।
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत उत्तराखंड के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हरियाणा की शिक्षा नीति के साथ-साथ ऑनलाइन शिक्षक स्थानांतरण नीति की बारीकियों को समझने के लिए हरियाणा के दौरे पर हैं। उत्तराखंड अपने पहाड़ी इलाके के कारण शिक्षकों की तैनाती में विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है।
हरियाणा की नीति अपनाकर वे भी अपने स्कूलों में विवेकपूर्ण तरीके से शिक्षक उपलब्ध करवा सकेंगे। प्रेस कांफ्रेंस से पहले हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें दोनों राज्यों के प्रतिनिधियों ने हरियाणा की शिक्षा नीति और इसके सफल कार्यान्वयन के संबंध में व्यापक चर्चा की। उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि हरियाणा की ऑनलाइन शिक्षक स्थानांतरण नीति अत्यंत सराहनीय है। नीति की बारीकियों का विश्लेषण करते हुए हमने इसे वर्ष 2023 तक उत्तराखंड राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है।
93 फीसदी कर्मचारी स्थानांतरण नीति से खुश
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री रावत ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि हरियाणा में 93 प्रतिशत शिक्षक इस ऑनलाइन स्थानांतरण नीति से संतुष्ट हैं, जोकि इस बात का प्रमाण है कि यह नीति कितनी अच्छी तरह तैयार की गई है। वहीं हरियाणा की ऑनलाइन शिक्षक स्थानांतरण नीति के संबंध में मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में गुर्जर ने कहा कि इस नीति के तहत अब तक एक लाख शिक्षकों का तबादला किया जा चुका है, जो नीति के सफल कार्यान्वयन को दर्शाता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विशेष रूप से कहा था कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।