रोहित जैन/निस
कालांवाली, 15 मई
प्रदेश सरकार के द्वारा करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से रोड़ी रोड कालांवाली में बनाया गया रेलवे ओवरब्रिज करीब 10 माह में ही बिखरने लगा है।
रेलवे पुल पर सड़क काफी नीचे धंस गई है और उखड़कर बिखर गई है। रेलवे पुल पर बना फुटपाथ भी कई जगह से टूटने लगा है। इससे वाहन चालकों के लिए बड़ी समस्या पैदा हो गई है और दुर्घटना की आशंका के चलते वाहन चालकों में भय का माहौल है। जिस पर उपमंडलवासियों ने सरकार व लोकनिर्माण विभाग के प्रति नारागजी व्यक्त करते हुए रोष व्यक्त किया है।
अगस्त, 2016 में पूर्व सीएम ने की थी घोषणा
प्रदेश के पूर्व सीएम मनोहर लाल ने अगस्त, 2016 में शहर की अतिरिक्त अनाज मंडी में आयोजित विकास रैली के दौरान कालांवाली में रेलवे ओवरब्रिज बनाने की घोषणा की थी। बीकानेर रेलवे मंडल से मंजूरी मिलने के बाद 29 जुलाई, 2018 को रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया था। करीब 25 करोड़ रुपये से बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज का कार्य लगभग 20 दिसंबर, 2020 तक काम पूरा किया जाना था। लेकिन 23 मार्च, 2020 को देशभर में लगे लॉकडाउन के कारण कई माह कार्य रोकना पड़ा। कोरोना संक्रमण के बाद बीएंडआर ने दोबारा से कार्य शुरू करके जुलाई, 2023 में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा किया। विभाग ने पूर्व सीएम मनोहर लाल द्वारा उद्घाटन करवाकर वाहनों का आवागमन शुरू किया था।
‘विभाग की लापरवाही का नजीता है’
उपमंडलवासियों बिंदर सिंह, योगेश जैन, ऋषभ जैन, रितेश गर्ग, गुरप्रीत सिंह, विजय कुमार ने बताया कि भले ही सरकार ने प्रदेश में बिना भ्रष्टाचार के और बिना गड़बड़ी के विकास कार्य करवाने के दावे किए हों, धरातल पर इसकी सच्चाई कुछ ओर ही नजर आ रही है। कालांवाली में करीब 10 माह पूर्व शुरू किए गए रेलवे ओवरब्रिज पर सड़क धंसना शुरू हो गई है। लोकनिर्माण विभाग और कंपनी के द्वारा किए घटिया निर्माण कार्य के चलते रेलवे ओवरब्रिज पर सड़क नीचे धंस गई है और उखड़ गई है। कंपनी द्वारा रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में की गई लापरवाही की वजह से आम जनता में दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। सड़क निर्माण में बरती गई लापरवाही को लेकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि मौन साधे हुए हैं।
यदि ऐसी कोई बात है तो तुरंत किसी की ड्यूटी लगाकर चैक करवा लेते हैं।
-कमलदीप सिंह, एक्सईएन, बीएंडआर, सिरसा।