बल्लभगढ़ (निस) :
गांव सारन के पशु अस्पताल में कार्यरत वीएलडीए डॉ. दिगंबर सहरावत के साथ सरकारी ड्यूटी में बाधा डालकर जबरदस्ती साथ ले जाकर मारपीट करने व धमकी देने के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। घटना के करीब सप्ताह बाद एफआईआर दर्ज होने के बीस दिन बाद भी सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने, धारा नहीं लगाई गई है। इस वजह से पीडि़त डॉ दिगंबर सहरावत अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई ना होने से आहत हैं। उनको डर है कि कहीं हमलावर उन पर दोबारा हमला ना कर दें। पीडि़त कर्मचारी का कहना है कि मारपीट के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से वे अपनी सरकारी ड्यूटी सही ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस ने उनकी एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन उसमें सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने की धारा दर्ज नहीं की है। उन्होंने बार-बार इस बारे में अनुरोध किया है, लेकिन थाना प्रभारी उनके मामले में कार्रवाई करने में रुचि नहीं ले रहे हैं तथा दोषियों को बचाने के लिए मामले को लम्बा खींच रहे हैं।