झज्जर, 9 नवंबर(हप्र)
बादली ग्रामीण क्षेत्र में बेसहारा पशु वाहन चालकों के साथ किसानों के लिए भी सिरदर्द का कारण बने हैं। बादली क्षेत्र में इन दिनों किसानों ने लिए बेसहारा घूमने वाले पशु खेती बाड़ी को खराब कर रहे हैं। दिन के समय तो किसान किसी तरह से रखवाली कर लेता है मगर रात के समय पशुओं से रखवाली करना मुश्किल साबित हो रहा है।
किसानों ने प्रशासन से बेसहारा घूमने वाले पशुओं को पकडऩे की गुहार लगाई ताकि उनकी खेती बाड़ी को नुकसान होने से बचाया जा सके। बादली के किसान यशपाल गुलिश, चीकू, रामकिशन, कुलदीप और मामराज का कहना है कि आवारा पशुओं में नीलगाय के साथ साथ सुअर और बेशहारा गाय भी खेतों में नुकसान पहुंचा रही हैं। सुअर तो पूरी तरह से गेहूं की खेती पर टूट पड़ते हैं जबकि नीलगाय सरसों की खेती के लिए खतरनाक साबित हो रही हैं। बेसहारा गायों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी गुरूग्राम और एनसीआर माइनर के साथ लगती डैर वाली जमीन पर है जहां पशुओं को निकलने का रास्ता नहीं मिलता है।