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सिरसा बाढ़ के संभावित खतरे ने बढ़ायी चिंता

रंगोई ड्रेन में पानी के अधिक बहाव के चलते सभी सरकारी व निजी स्कूल कल तक बंद
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सिरसा के गांव चामल में बृहस्पतिवार को अस्थायी बांध बनाने में जुटे ग्रामीण व डेरा सेवादार। -निस
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सिरसा, 20 जुलाई (निस)

सिरसा में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है। फतेहाबाद व पंजाब के सरदुलगढ़ से पानी आने की आशंका के चलते शहर में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। संभावित खतरे के चलते लोग सहमे हुए हैं। वहीं, सिरसा जिले के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। वर्तमान में घग्घर का जलस्तर 41,375 क्यूसिक तक पहुंच गया है। बुधवार रात को नेशनल हाईवे पर स्थित रंगोई नाला नरेलखेड़ा के पास टूट गया। ग्रामीणों ने उसे बांधने का प्रयास किया लेकिन जल रिसाव लगातार होता रहा। इसके बाद रात को नरेलखेड़ा के ग्रामीण डिंग थाना के आगे इकट्ठा हो गए। जहां सरपंच व थाना प्रभारी के बीच कहासुनी हुई। वहीं, गांव वैदवाला के पास प्रशासन के द्वारा पुलिया पर मिट्टी डालने का ग्रामीणों ने विरोध किया।

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गांव चामल में पानी भरने से लोगों को मुश्किलें हो रही है तथा गांव बणी में भी पानी भर गया है। प्रशासनिक अधिकारी राहत कार्यों में जुटे हैं तथा स्थिति पर निगाह बनाए हुए हैं। संकट की इस घड़ी में डेरा सच्चा सौदा के सेवादार एक बार फिर से मददगार साबित हुए हैं। उधर, बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिले के सभी स्कूलों को 22 जुलाई तक बंद करने के आदेश दिये गए हैं।

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने आदेशों में स्पष्ट किया है कि घग्घर नदी व रंगोई ड्रेन पानी का अधिक बहाव हो रहा है। इसके अलावा फतेहाबाद की तरफ से भी बाढ़ का पानी आ रहा है। बाढ़ में फंसे लोगों की सहायता और सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा संस्थाओं के सहयोग से सेफ हाउस स्थापित किए गए हैं।

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि 1500 से अधिक वॉलिंटियर विभिन्न बाढ़ राहत कार्यों में अपनी सेवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि तहसील सिरसा में 22, तहसील रानियां में 12, तहसील कालांवाली में 4 तथा तहसील ऐलनाबाद में 11 सेफ हाउस बनाने के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं।

हालात नियंत्रण में, घबरायें नहीं : रणजीत सिंह

बिजली एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि पिछले क्षेत्रों में रिकॉर्ड बारिश होने के चलते पहली बार सिरसा व फतेहाबाद में जलभराव की ऐसी स्थिति बनी है। प्रशासन की दिन-रात मेहनत व लोगों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में है। फतेहाबाद से आने वाला पानी शहर में न आए, इसके लिए पहले से ही पुख्ता प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने स्वयं उपायुक्त के साथ देर रात संभावित प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए बाढ़ नियंत्रण प्रबंधों को सुनिश्चित किया है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। मंत्री बृहस्पतिवार को अपने निवास पर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे। उहोंने कहा कि फतेहाबाद की ओर से आ रहा पानी शहर में नहीं आएगा। दो जगह पर फुलकां व बाजेकां के पास बांध बनाए गए हैं। इसके अलावा रंगोई नाले कटाव को भी 70 प्रतिशत तक भर लिया गया है। वहीं, मंत्री रणजीत सिंह ने गत देर रात उपायुक्त पार्थ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन द्वारा की जा रही बाढ़ बचाव तैयारियों का जायजा लिया।

रतिया में स्थिति भयावह, तुरंत मुआवजा दे सरकार : जरनैल सिंह

रतिया (निस) : कांग्रेस के पूर्व विधायक जरनैल सिंह ने रतिया क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त करीब डेढ़ दर्जन गांवों का दौरा करने के पश्चात कहा कि क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों की स्थिति काफी भयावह है, जिस कारण बाढ़ पीड़ित लोगों की समस्याएं काफी गंभीर बनी हुई हैं, इसलिए सरकार को तुरंत क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजा प्रदान करना चाहिए। जरनैल सिंह ने कहा कि बाढ़ के चलते क्षेत्र के कई लोगों के मकान टूट गए हैं, कई मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है, गरीब मजदूर लोग पिछले कई दिनों से मजदूरी करने के लिए घर से बाहर नहीं जा पा रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोग आर्थिक रूप से बिल्कुल टूट चुके हैं। इस अवसर पर उनके साथ अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।

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