पानीपत,13 जुलाई (निस)
कोरोना के चलते दो वर्ष तक कांवड़ यात्रा बंद रहने के बाद इस बार अब 14 जुलाई से शुरू हो रही है। कांवड़ियों के लिये प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन करवाना तो अनिवार्य कर दिया है और इस बार कांवड़ियों की संख्या पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा रहने की भी पूरी संभावना है। पानीपत शहर में हरिद्वार हाईवे पर गांव उग्राखेड़ी के पास टूटी हुई सड़क व भरे हुए पानी के चलते गंगा का पावन जल लेकर आने वाले कांवड़ियों के लिये राह इस बार आसान नहीं होगी। कांवड़ियों को उग्राखेड़ी के पास करीब एक किमी के एरिया में सड़क पर बने गड्ढों व कई स्थानों पर भरे हुए पानी के चलते भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गांव उग्राखेड़ी के पास हरिद्वार हाईवे दो माह से भी ज्यादा समय से टूटा हुआ है। हालांकि पानीपत में करीब एक सप्ताह से बारिश नहीं होने से यहां पर सड़क पर जलभराव तो कम हुआ है पर गड्ढे तो इसी तरह से बरकरार हैं। बारिश होते ही इस सड़क पर फिर से अनेकस्थानों पर पानी भरेगा और सड़क पर भरे पानी व गड्ढों के बीच से शिवभक्त कैसे कांवड़ लेकर आयेंगे, यह किसी को मालूम नहीं है।
सावन माह में हजारों की संख्या में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़िये पानीपत शहर से होकर गुजरते हैं। बता दें कि रोहतक, गोहाना, भिवानी व दादरी आदि और आगे राजस्थान जाने वाले कांवडिये तो हरिद्वार रोड पर गांव छाजपुर से मुड़कर चौटाला रोड से होकर सिवाह के रास्ते आगे गोहाना की तरफ चले जाते हैं। इस रूट से जाने वाले कांवड़ियों को शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ती और बाहर से होकर ही अपने गंतव्य को चले जाते हैं, लेकिन सफीदो, जींद, हांसी और हिसार के साथ लगते राजस्थान के कांवड़ियों को हरिद्वार रोड पर गांव उग्राखेड़ी के पास से होकर ही शहर में प्रवेश करना पड़ता है और वे शहर में जीटी रोड स्थित संजय चौक से होकर लालबत्ती से होते हुए असंध रोड से होकर आगे निकल जाते हैं। इस रोड से जाने वाले कांवडिय़ों की संख्या भी हजारों में होती है।
कांवड़ियों के लिये ही पानीपत शहर में सामाजिक संगठनों द्वारा अनेक स्थानों पर कांवड़ शिविर लगाये जाते हैं। गौरतलब है कि गांव उग्राखेड़ी के पास जहां पर सड़क टूटी हुई है, वहां पर मार्बल व टाईलों की करीब 100 से ज्यादा दुकानें व शोरूम हैं और उनका काम भी चौपट हो चुका है।
हाईवे को तुरंत करवाया जाये रिपेयर
सर्व समाज एकता मंच के प्रधान रामरतन शर्मा ने कहा कि कांवड़ मेला शुरू हो चुका है और जिला प्रशासन को इस सडक़ को तुरंत रिपेयर करवाना चाहिये। शर्मा ने कहा कि सड़क पर बने गड्ढे व भरे पानी से यहां के दुकानदारों का तो काम ठप हो चुका है पर कम से कम प्रशासन को कांवड़ लेकर आने वाले शिवभक्तों के लिये तो सड़क ठीक करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो मंच द्वारा धरना, प्रदर्शन किया जाएगा।
राज्यपाल को ले जाया गया था चौटाला रोड से
राज्यपाल इसी 10 जुलाई को पानीपत के ऐतिहासिक स्थल काला आम्ब पर आये थे और जिला प्रशासन द्वारा उनको पानीपत शहर से गांव सिवाह से चौटाला रोड से होकर निंबरी के रास्ते काला आम्ब तक लाया गया था, क्योंकि गांव उग्राखेड़ी के पास हरिद्वार हाईवे टूटा हुआ था और पानी भरा हुआ था। प्रशासन ने इसी टूटे हाईवे से राज्यपाल को बचाने के लिये लंबा रास्ता तय करके चौटाला रोड से उनको काला आम्ब लाया गया था।