विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 29 जून
बादशाहपुर-टीकली रोड स्थित राम तालाब के पास 10 ऐसे घर हैं जिनको 1976 में इंदिरा गांधी आवास योजना के तहत प्लॉट सरपंच जय नारायण मंगला ने दिए थे। इनमें बुद्धिराम, मनोहरलाल, कालू, चंद्र, गोरधन, रामु, रामकुमार, जयसिंह, पूरण, सुखराम शामिल हैं। अधिकारियों ने इन सभी को उसी समय मौके पर कब्जा दिलवा दिया था। इनमे ये लोग कच्चे-पक्के मकान बनाकर रह रहे हैं। अब 45 साल बाद जोहड़ के सौदर्यीकरण के नाम पर नगर निगम गुरुग्राम इन सभी घरों की जमीन को अपने अधीन लेना चाहता है और वहां सभी घरों को तोड़ रहा है। मंगलवार को नगर निगम के अधिकारी दल बल और पुलिस के साथ वहां पहुंचे थे और मकानों को तोड़ने के लिए जेसीबी चलवा दी। इस पर वहां आसपास के गणमान्य लोग पहुंचे और उन्होंने विनती कर 2 दिन की मोहलत मांगी कि वह अपना सामान खुद निकाल लेंगे। उनके पास अदालत का स्टे है। फिर भी उन्हें डर है कि नगर निगम कभी भी तालाब खोदने और सौंदर्यीकरण के लिए उनके मकान तोड़ सकता है।
‘खट्टर साहब मत तोड़ो हमारे घर’
बुजुर्ग महिला कश्मीरी देवी ने रोते हुए गुहार लगायी कि खट्टर साहब हमारे घर मत तोड़ो। सीएम साहब हमें मत उजाड़ो, हम बर्बाद हो जाएंगे। इस भीषण गर्मी में अपने छोटे छोटे बच्चों को लेकर हम कहां जाएंगे। हमारे घर के बुजुर्ग कैसे रह पाएंगे। वहीं, बुजुर्ग वेदप्रकाश, भगतराम ने बताया कि हम जिन घरों में रह रहे हैं वे प्लॉट उन्हें 1976 में गांव के सरपंच जयनारायण मंगला ने इंदिरा गांधी आवास योजना के तहत दिए थे। इसकी रजिस्ट्रियां भी उनके पास हैं। उस समय के पटवारी व अन्य अधिकारियों ने उन्हें जहां कब्जा दिया। अब 45 साल बाद पता चल रहा है कि वह निगम के अनुसार अवैध जगह में रह रहे हैं। वहीं, भगत सिंह ने बताया कि 21 अक्तूबर, 2018 को नगर निगम गुरुग्राम से नोटिस मिला था कि वे अवैध कब्जा करके बैठे हैं। वे सभी निगम ऑफिस में गए तो वहां सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने कोर्ट से स्टे ले ली जो आज तक चल रही है।
‘सकारात्मक विचार करे प्रशासन’
भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप निराला का कहना है कि प्रशासन उनकी रजिस्ट्री के मुताबिक सही जगह पर कब्जा दिलवा दे और उनके मकान बनवा दे। उन्होंने कहा कि वह यह मामला जल्दी ही अधिकारियों तक ले जाएंगे। उनका कहना है कि सरकार का पुराने तालाबों को बहाल करना अच्छा कदम है लेकिन इस अच्छाई का तभी अच्छा मजा है तब प्रशासन मौके पर पहुंचकर यदि कोई पक्का अतिक्रमण और पुराना है तो उस पर सकारात्मक विचार करें और उन्हें न्याय दे।