चंडीगढ़, 22 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हमारे सपनों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए थैंक्यू सुपर-100। सरकार द्वारा जरूरतमंद, गरीब बच्चों को फ्री में कोचिंग देने से उनके जैसे योग्य छात्रों में आशा की किरण जगी है। यह बात सिविल सेवा परीक्षा-2020 में 11वीं रैंक हासिल करने वाली देवयानी ने पंचकूला में आयोजित सम्मान समारोह में कही। देवयानी ने कहा कि उन्हें बहुत गर्व और खुशी है कि वो हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं। भौगोलिक दृष्टि से देश का एक छोटा राज्य होने के बावजूद हरियाणा से यूपीएससी, जेईई और एनईईटी पास करने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या से पता चलता है कि हरियाणा में शिक्षा का कल्चर बना है। समारोह में सम्मानित होने वाले सभी छात्रों ने दिल से सुपर-100 कार्यक्रम शुरू करने के लिए सीएम खट्टर का आभार जताया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिविल परीक्षा, जेईई एडवांस में स्थान पाने वालों का सम्मान किया। हरियाणा में गरीब परिवार का कोई भी प्रतिभावान छात्र अपने सपनों को पूरा करने से वंचित न रहे, इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को घोषणा की कि परिवार पहचान पत्र के अन्तर्गत जिन परिवारों की सत्यापित आय 1.80 लाख रुपए प्रति वर्ष से कम है, ऐसे परिवारों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी। शिक्षा मंत्री कंवरपाल, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, सांसद रतन लाल कटारिया भी इस मौके पर मौजूद रहे। बता दें कि सुपर-100 योजना के जरिए जो छात्र मेरिट लिस्ट में आए थे उन्हें यूपीएससी, जेईई या नीट का एग्जाम की तैयारी के फ्री कोचिंग दी जाती है। जेईई एडवांस 2021 को पास करने वाले गरीब पृष्ठभूमि के 29 छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी एक उदाहरण हैं कि यदि किसी के पास प्रतिभा है, तो कोई भी आपको अपने सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकता।