Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

नवाचार अपनाने व पारंपरिक प्रतिमानों से हटकर सोचें छात्र : प्रो. पवन

जेएमआईटी काॅलेज में 23वां दीक्षांत समारोह आयोजित, 400 स्नातकों को दी डिग्री
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

रादौर, 28 जून (निस)

सेठ जय प्रकाश मुकंद लाल इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (जेएमआईटी) का 23वां दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। समारोह में मुख्यातिथि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. पवन कुमार शर्मा थे। शर्मा एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित शोधकर्ता हैं। कार्यक्रम की शुरुआत जेएमआईटी काॅलेज के डॉ. एलएस रीन, विभागाध्यक्ष अप्लाइड साइंसेज एवं ह्यूमैनिटीज और रजिस्ट्रार अंकुश सिंगला के कुशल मार्गदर्शन में हुई। शैक्षणिक जुलूस का नेतृत्व मुख्यातिथि प्रो. पवन शर्मा ने किया। कार्यक्रम में जेएमआईटी काॅलेज के निदेशक डॉ. एसके गर्ग ने अपने स्वागत भाषण में शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार में संस्थान की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने गर्व के साथ साझा किया कि 294 छात्रों को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से कुल 343 ऑफर लेटर्स के साथ सफलतापूर्वक रोजग़ार मिला है।

Advertisement

मुख्यातिथि प्रो. पवन शर्मा ने छात्रों को नवाचार अपनाने और पारंपरिक प्रतिमानों से हटकर सोचने के लिए प्रोत्साहित किया। अपने विशाल शैक्षणिक, शोध और अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का लाभ उठाते हुए उन्होंने भविष्य के लिए तैयार नेताओं को बनाने में ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण (केएसए) के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने तकनीकी व्यवधानों के बीच स्टार्ट-अप के परिवर्तनकारी प्रभाव पर बात की। प्रो. शर्मा ने समग्र व्यक्तित्व के विकास में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर भी प्रकाश डाला। एमबीए, बीटेक, बीबीए और बीसीए कार्यक्रमों से लगभग 400 स्नातकों को डिग्री प्रदान की गई। जेएमआईटी के छात्रों ने 20 विश्वविद्यालय में शीर्ष स्थानों पर कब्जा किया, जो संस्थान की शैक्षणिक विशिष्टता को दर्शाता है। इनमें से तीन छात्रों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक विजेता के रूप में सम्मानित किया गया, प्रत्येक को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक और 21,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। मौके पर जेएमआईटी के महासचिव डॉ. रमेश कुमार, पं. ज्ञान प्रकाश सदस्य बीओजी, अनिल बुद्धिराजा प्रिंसिपल एसजेपीपी दामला, डॉ. विकास दरियाल निदेशक टीआईएमटी, डॉ. विवेक शर्मा निदेशक, जेएमआईईटीआई अन्य मुकंद संस्थानों के निदेशक व प्राचार्य मौजूद रहे।

Advertisement
×