गीतास्थली में बनेगा ‘स्पेशल कल्चर जोन’, 500 एकड़ में स्थापित होगी ‘अध्यात्म नगरी’
चंडीगढ़, 13 जुलाई (ट्रिन्यू)
गीता की उपदेशात्मक स्थली ज्योतिसर में नई अध्यात्म नगरी तैयार की जाएगी। अध्यात्म नगरी में हर प्रदेश की सांस्कृति व अध्यात्म की झलक नजर आएगी। इसके साथ स्पेशल कल्चर जोन (एससीजैड) भी बनाया जाएगा।
नायब सरकार ने ज्योतिसर को अध्यात्म नगरी बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसको लेकर 376 करोड़ रुपये की राशि की मंजूरी दी गई है। पहले ई-भूमि पोर्टल के जरिये किसानों से जमीन के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। इसके बाद देश के हर राज्य को यहां भूमि आवंटित की जाएगी, साथ ही स्पेशल कल्चर जोन स्थापित किया जाएगा, जिसमें महाभारत युद्ध की हर गतिविधि को दर्शाया जाएगा। गीता स्थली ज्योतिसर में नई अध्यात्म नगरी तैयार करने का मसौदा कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं वार्षिक बैठक में राज्यपाल एवं केडीबी के अध्यक्ष बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री नायब सैनी की मौजूदगी में तैयार किया गया। मसौदे को हरी झंड़ी देते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी की ओर से अध्यात्म नगरी के लिए 376 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी गई है।
गुजरात राज्य के केवड़िया में स्थित स्टेच्यू आफ यूनिटी की तर्ज पर हर प्रदेश का भवन बनाने की योजना है। इन भवनों में संबंधित प्रदेश की संस्कृति, अध्यात्म एवं कला के दर्शन होंगे। यही नहीं, उन प्रदेशों के भोज व पकवान भी तैयार होंगे, ताकि कुरुक्षेत्र भ्रमण पर आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने-पीने की किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद का कहना है कि धर्मनगरी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं को बढ़ाने के लिए देश के हर राज्य का केंद्र बनना जरूरी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने धर्मनगरी में जो अध्यात्म नगरी बनाने का फैसला लिया है, वह सराहनीय है। इससे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त संस्थाओं को केंद्र खोलने में सहूलियत होगी।
दिखेगी लघु भारत की झलक : मदन
48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा का कहना है कि मुख्यमंत्री नायब सैनी नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं बैठक में केडीबी अध्यक्ष एवं राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री ने धर्मनगरी को नई पहचान दिलाने को लेकर कई सकारात्मक सुझाव दिए हैं, जिन पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। गीता स्थली ज्योतिसर में नई अध्यात्म नगरी बनाने का जो फैसला मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा लिया गया है, वह सराहनीय है, इससे देश के हर राज्य से बड़ी संस्था व ख्याति प्राप्त मंदिर व तीर्थ स्थल का केंद्र स्थापित होने से गीता स्थली में लघु भारत की झलक दिखाई देगी।